शाहगंज(जौनपुर) : लगभग तीन सप्ताह पूर्व शाहगंज कोतवाली के मियापुर मोड़ पर हरिलाल हत्याकांड में पुलिस की तफ्तीश में नया मोड़ आ गया है । घायल हाशिम ही इस हत्याकांड का मुजरिम निकला । सुबूत और क्लू के आधार पर पुलिस कड़ी जोड़ने में कामयाब रही । सोमवार को घर पर दबिश देकर कोतवाली पुलिस ने धर दबोचा । आरोपित को चालान न्यायालय भेजे जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली ।
ग़ौरतलब है कि दो दिसम्बर को शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के रसूलपुर सबरहद निवासी मो हासिम पुत्र मो वहीद और हरिलाल पुत्र छब्बूलाल निवासी उत्तर बस्ती जिला मुख्यालय से केस देखकर लौट रहे थे । आरोप है कि अपाची सवार बदमाशों ने मियापुर पुलिया के समीप हरिलाल को गोली मारकर हत्या कर दी जबकि मो हाशिम के दाहिने पैर में गोली लगने से घायल हो गया । हाशिम के तहरीर पर पूर्व प्रधान मो राशिद, उनके दोनों पुत्र मो आसिफ़, मो उमर, नदीम सहित कई लोगों इस हत्याकांड में नामजद किया गया । पुलिस ने जाँच का दायरा बढ़ाया तो घटना संदिग्ध लगी। एसओजी टीम ने सुबूत को इकठ्ठा किया तो नतीजा चौकाने वाले सामने आए । हाशिम ने ही अपने विरोधियों को हत्या के केस में फंसाने के लिए हरिलाल को मौत की नींद सुला दिया । घटना की किसी को भनक न लगे आरोपित ने अपने पैर में गोली मार दी । सीओ शाहगंज चोभ सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने घर पर दबिश देकर मो हाशिम को गिरफ़्तार किया गया है । आवश्यक कार्यवाही के बाद पुलिस ने चालान न्यायालय भेज दिया । गिरफ्तार करने वाली टीम में एसएचओ सदानंद राय, कांस्टेबल विनोद कुमार यादव, हेड कांस्टेबल मनोज कुमार चौबे समेत अन्य लोग शामिल रहे ।