संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद के मुद्दे पर भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाई

निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर सामान्य बहस के दौरान संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत ने एक बार फिर अपने राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान (Pakistan) को खरी-खोटी सुनाई है. भारत ने कहा, पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि यहां तो शांति और सुरक्षा की बात करते हैं, लेकिन उनके प्रधानमंत्री ओसामा बिन लादेन (Terrorist Osama Bin Laden) जैसे वैश्विक आतंकवादियों को महिमामंडित करते हैं और शहीद बताते हैं.

भारत ने कहा, पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बिंदु हैं. पाकिस्तान लगातार अपने पड़ोसियों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद में शामिल रहता है. पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों की कोई परवाह भी नहीं करता. पाकिस्तान बहुपक्षीय मंचों पर आतंकवाद को लेकर हमेशा झूठ बोलता है और उसकी झूठ फैलाने की कोशिशों का सामूहिक तौर पर आलोचना होनी चाहिए.

गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भी पाकिस्तान ने कहा था कि अफगानिस्तान को आजादी मिल गई है. पाकिस्तान चाहता है कि दुनियाभर की सरकारें तालिबान को मान्यता दें और उसके साथ संबंध रखें. जबकि तालिबान आम अफगानियों पर अत्याचार का कोई मौका नहीं छोड़ रहा. तालिबान अपनी सोच तमाम लोगों पर थोपना चाहता है.

भारतीय में भी पाकिस्तान की तरफ से अराजकता फैलाने की कोशिशें बार-बार होती रहती हैं. खासतौर पर जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से भेजे गए आतंकवादी अक्सर यहां के आम लोगों और सुरक्षा बलों पर हमला करते रहते हैं.