अगर आप किसी कारणवश जन्माष्टमी का पर्व मनाने के लिए मथुरा वृंदावन नहीं पहुंच पा रहे हैं तो आप पीलीभीत शहर में स्थित श्री राधारमण मंदिर में पहुंच कर दर्शन कर सकते हैं. यहां जन्माष्टमी समेत सभी त्योहारों का आयोजन वृंदावन की ही पद्धति से किया जाता है.
देशभर में जन्माष्टमी पर्व की तैयारी जोरों से की जा रही है, लेकिन ब्रज में इस पर्व को लेकर अलग ही धूम रहती है. चूंकि, पीलीभीत का भी ब्रज से सदियों पुराना नाता है. यहां से सैकड़ों वर्षों से बांसुरी ब्रज में भेजी जाती है. ऐसे में यहां भी जन्माष्टमी का पर्व एक बड़े पर्व के रूप में मनाया जाता है.
लेकिन किन्हीं कारणों से आप इस जन्माष्टमी मथुरा या वृंदावन नहीं जा पा रहे हैं तो आप पीलीभीत शहर के बीचोंबीच स्थित राधारमण मन्दिर के दर्शन कर यहां वृंदावन जैसी जन्माष्टमी मना सकते हैं. इस मंदिर के पुजारी भी मूलरूप से वृंदावन के ही निवासी हैं. वहीं इनका वृहद परिवार ही वृंदावन स्थित राधारमण मन्दिर में पूजा अर्चना करते हैं.
इस जगह स्थित है राधारमण मन्दिर
अगर आप भी पीलीभीत स्थित राधारमण मंदिर में जन्माष्टमी मनाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए सबसे पहले पीलीभीत शहर पहुंचना होगा. जहां से आपको शहर के बीचोबीच स्थित चौक बाजार जाना होगा. इस बाजार में ही राजा साहब की कोठी नाम से मशहूर इमारत के ठीक सामने राधारमण मन्दिर स्थित है.