पीलीभीत में आंधी से पेड़ उखड़कर स्कूल बस पर गिरा, मची चीख-पुकार, बाल-बाल बचे बच्चे और शिक्षक

पीलीभीत में सोमवार दोपहर करीब 12 बजे एकाएक आए बादल से दिन में अंधेरा छा गया। झमाझम बारिश के साथ ही कई जगह ओले भी पड़े। बारिश के दौरान संपूर्णानगर के एक प्राइवेट स्कूल की बस बच्चों को छोड़ने हजारा थाना क्षेत्र में आ रही थी। बस गांव शांतीनगर के समीप पहुंची ही थी कि एक पेड़ आंधी से उखड़कर बस पर आ गिरा।

बस पर पेड़ गिरते ही चीख-पुकार मच गई। सूचना पर एसओ हजारा परमेंद्र सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सूचना देकर संपूर्णानगर रेंज के वन कर्मियों को बुलाया गया। इस दौरान पहुंचे अभिभावक अपने बच्चों को सकुशल ले गए। एसओ हजारा परमेंद्र सिंह ने बताया कि बस में 12 बच्चे और तीन शिक्षक थे। हादसे में किसी को चोट नहीं आई है।

खपरैल ढहने से साले-बहनोई घायल

पूरनपुर क्षेत्र के गांव लोधीपुर निवासी बाबू खां की खपरैल बारिश के दौरान ढह गई। हादसे में खपरैल के नीचे बैठे बाबू खां और उसके रिश्ते के साले गांव निवासी छोटे घायल हो गए। घायलों को प्राइवेट अस्पताल में इलाज को ले जाया गया है।

सोमवार की सुबह मौसम सामान्य दिनों की तरह ही था। करीब 11 बजे से बादल छाने शुरू हो गए। धूल भरी आंधी के साथ ही अचानक अंधेरा छा गया। फिर एकाएक तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ ही शहर के अलावा बरखेड़ा, बिलसंडा, बीसलपुर, पूरनपुर, गजरौला आदि स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई।

बरखेड़ा क्षेत्र में ओले इतने बड़े थे कि एक कार का शीशा तक टूट गया। ओलों से चीनी मिल की टिन शेड भी टूट गई और ओले नीचे गिरने लगे। अचानक बारिश और ओले गिरने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री और न्यूनतम 18.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।

मटर और गन्ने की बुवाई हुई प्रभावित

धान में पहले से ही नमी थी तो वहीं बारिश में भीग जाने से किसानों की मुश्किलें और बढ़ गईं हैं। बारिश से धान को नुकसान होने के साथ ही मटर और गन्ने की बुवाई भी प्रभावित हुई है। ऐसे में अब किसानों को खेत सूखने का इंतजार करना होगा। बारिश से धान कटाई का काम भी रुक गया है।