उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में पुलिस विभाग में तैनात एक आरक्षी ने एक बेसहारा महिला का फायदा उठाया। उसे शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण किया। कई महीनों तक साथ लेकर बाहर भी रहा। अब शादी करने से मुकर गया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की तो पीड़िता ने न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया है।
कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक महिला ने बताया कि उसका वैवाहिक जीवन महज दो साल चला। इसके बाद मतभेद हो गए। फिर वह अपने मायके माता पिता के पास आकर रहने लगी। उसके एक बच्ची भी है। इस बीच अनुराग निवासी जगदीशपुर थाना किशनी उसके मायके में अपने एक दोस्त के साथ आया था।
अनुराग ने उससे वैवाहिक जिंदगी के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह अब पति के साथ नहीं रहती। फिर अनुराग ने कहा कि वह पुलिस विभाग में आरक्षी के पद पर तैनात है। अगर तुम मुझसे शादी करोगी तो उसकी बच्ची को भी अपना लेगा। उसने कहा कि उसका शादी करने का मन नहीं है।
उस समय आरक्षी अपना नंबर देने के साथ ही उसका नंबर लेकर चला गया था। अगले दिन से उसके फोन पर अनुराग बात करने लगा। बातचीत होने लगी तो एक दिन उसने शादी करने की हां कर दी। 18 नवंबर 2022 को अनुराग उसे अपनी बहन के घर ले गया। वहां शादी का झांसा देकर बिना मर्जी के दुष्कर्म किया।
आरक्षी लगातार शादी का झूठा आश्वासन देता रहा और फिर उसे लखनऊ स्थित स्मृति अपार्टमेंट में करीब पांच महीने तक उसका यौन शोषण किया। जब वह शादी के लिए कहती तो अनुराग कहता है कि प्रमोशन होने के बाद शादी कर लेगा। 20 जुलाई 2023 को उसने कहा कि शादी करो तो आरोपी उसके घर आया और फिर आश्वासन देकर यौन शोषण किया।
31 अगस्त को शादी करने के लिए साफ मना करते हुए गालियां दीं। कहा कि वह पुलिस विभाग में है। अगर शिकायत करेगी तो मरवा दूंगा। उसने पुलिस से शिकायत की लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। न्यायालय के आदेश पर मंगलवार को कोतवाली पुलिस ने आरक्षी अनुराग निवासी जगदीशपुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।