मैनपुरी में आधी रात में जब सो रहे थे गांव वाले, बिजली चोरी पकड़ने के लिए निकली विजिलेंस टीम, नौ पर केस दर्ज

आधी रात को निकली विजिलेंस टीम पकड़ी बिजली चोरी। कस्बा करहल की तीन कालोनी में की जांच नौ के विरुद्ध बिजली थाना में प्राथमिकी। बिजली विभाग को लगातार शिकायत मिल रही थी कि लाइन लास हो रहा है। फीडर पर लोड अधिक आ रहा है। इसके बाद विजिलेंस की टीम ने आधी रात में जांच कर एक्शन लिया।

ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी रोकने के लिए अब विजिलेंस की टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। आधी रात के बाद जांच करने निकली टीम ने कस्बा करहल की तीन कालोनी में नौ घरों में चोरी पकड़ी। सभी के विरुद्ध विद्युत थाना में प्राथमिकी कराई गई है।

50 से अधिक घरों में की चेकिंग

कस्बा करहल में ओवरलोडिंग की सबसे ज्यादा समस्या है। मीटर रीडर द्वारा दी गई सूचना के आधार पर मंगलवार रात 12 बजे के बाद अवर अभियंता विजिलेंस विशंभर सिंह व पुलिस प्रभारी ब्रजमोहन सिंह ने टीम के साथ कस्बा करहल के मुहल्ला कस्सावान, ईदगाह कालोनी और कानूनगोयान में चेकिंग की। लगभग 50 से ज्यादा घरों की जांच में नौ उपभोक्ताओं के यहां चोरी से बिजली जलती मिली। कटिया डालकर लाइन को बाइपास किया गया था तो किसी के यहां मीटर में छेड़छाड़ कराई गई थी। छेड़छाड़ वाले मीटरों को चिह्नित कर जांच के लिए लैब में भेजा गया है।

पकड़ी बिजली चोरी

अधीक्षण अभियंता रवि प्रताप का कहना है कि चोरी के कारण सर्वाधिक लाइनलास हो रहा है। विशेष चेकिंग अभियान के माध्यम से ऐसे उपभोक्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई कराई जाएगी जिनके यहां बिजली की चोरी पकड़ी जाएगी।

जमा कर दिया मासिक बिल, फिर भी भेजा रिमाइंडर

बिजली विभाग की मनमानी उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ा रही है। सदर तहसील क्षेत्र के गांव अशोकपुर सोनई निवासी हर्षित प्रताप सिंह का कहना है कि वे अपने निजी नलकूप का मासिक बिल जमा करते हैं। जुलाई माह 2180 रुपये मासिक बिल आया था। सात अगस्त को उन्होंने बिल जमा कर दिया, लेकिन अगस्त माह का जो बिल भेजा गया, उसमें मनमानी बिलिंग दर्शाते हुए 15501 रुपये का बिल जारी कर दिया गया है।

उनका कहना है कि अवर अभियंता से लेकर अन्य अधिकारियों से इसकी शिकायत कर चुके हैं। 1912 पर भी शिकायत की गई, लेकिन कोई निदान नहीं हुआ है। समस्या निदान के लिए उन्होंने अब डीएम अविनाश कृष्ण सिंह और अधीक्षण अभियंता से शिकायत की है। अधीक्षण अभियंता रवि प्रताप का कहना है कि लिखित शिकायत मिलने के बाद जांच कराई जाएगी।