उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में शराब के नशे में पिता ने एक साल की बेटी के दोनों हाथ तोड़ दिए। इसके बाद पत्नी को भी पीटकर चार बच्चों के साथ घर से निकाल दिया। पीड़ित महिला की पुलिस ने भी सुनवाई नहीं की। एक माह से महिला बच्चों को लेकर भटक रही थी। बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल पहुंचने पर बच्ची के दोनों हाथों पर प्लास्टर किया गया।
सोनभद्र निवासी रीता देवी की शादी सात साल पहले जिले के कुर्रा थाना क्षेत्र के हविलिया गांव निवासी प्रमोद यादव के साथ हुई थी। शादी के बाद बेटी अंजना (6), कृष्णा (3) के अलावा जुड़वां बच्चे कन्हैया और अंजू (1) को जन्म दिया। रीता देवी का आरोप है कि शादी के बाद से ही पति व अन्य ससुरालीजन उसके साथ मारपीट करते थे। लगभग एक माह पूर्व पति प्रमोद ने शराब पीकर पिटाई की। साथ ही एक साल की बेटी अंजू के दोनों हाथ तोड़ दिए।
पिटाई से कन्हैया को भी चोटें आईं। इसके बाद चारों बच्चों के साथ उसे घर से निकाल दिया। चारों बच्चों को लेकर भटकती रीता घायल अंजू का यहां-वहां उपचार कराती रही। बुधवार रात को हालत बिगड़ने पर रात साढ़े 10 बजे जिला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर पहुंची।
यहां बृहस्पतिवार को एक्सरे कराया तो अंजू के दोनों हाथों में दो-दो फ्रैक्चर निकले। इसके बाद जिला अस्पताल में ही उसके दोनों हाथों पर प्लास्टर किया गया। जिला अस्पताल में भर्ती अंजू के साथ ही रीता रह रही है। रीता का आरोप है कि एक माह पूर्व कुर्रा पुलिस को भी उसने सूचना दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
थानाध्यक्ष अमित सिंह ने बताया कि पीड़िता अगर शिकायत लेकर आती है तो उसका मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। बालिका का मेडिकल भी कराया जाएगा। किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।