मैनपुरी में एक मासूम और छह हत्यारे, पहले गला दबाया, फिर दुपट्टे से लगा दिया फंदा, 10 साल के बच्चे का शव कब्र से निकाला

नगर पंचायत के नगला मंगद निवासी पूनम यादव पत्नी मोहर सिंह ने गला दबाकर बेटे की हत्या कर देने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर किया था। सीजेएम के आदेश पर पुलिस ने मृतक किशोर के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया।

नौ अक्तूबर को नगला मंगद निवासी पूनम यादव ने किशनी थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि परिवार के ही औसान सिंह यादव पुत्र विश्राम सिंह और उनकी पुत्रवधू रूबी से 24 जुलाई को सुबह 10 बजे धान की रोपाई को लेकर मारपीट व झगड़ा हो गया था।

उसी दिन शाम चार बजे वह खेत पर रोपाई करने सपरिवार चली गयी थी। शाम साढ़े पांच बजे औसान सिंह, विश्राम सिंह, रूबी पत्नी औसान सिंह और देवकी पत्नी विश्राम सिंह व दो अज्ञात लोगों ने प्रार्थी के 10 वर्षीय पुत्र राज को गला दबाकर मार दिया और दुपट्टे से गले में फंदा लगाकर लटका दिया।
गांव के रजनीश ने शाम 6 बजे खेत पर जाकर सूचना दी। गांव के ही कुछ लोग उसको आनन-फानन में सैफई इलाज के लिए ले गए।जब वह सैफई पहुंची तो उनका बेटा राज मृत अवस्था में पड़ा मिला। वह पुत्र के गम में होने के कारण थाने सूचना नहीं दे पाई। जबकि उनके दो वर्षीय छोटे पुत्र दिव्यांश ने उन्हें इस घटना की जानकारी दी।

तब मैंने 24 अगस्त को पुलिस को सूचना दी। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। गांव के लोगों ने नाजायज दवाब बनाकर मुझसे समझौता भी करवाया जो मुझे मान्य नहीं है। पुलिस ने पीड़िता पूनम की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। पूनम यादव ने डीएम और एसपी को भी कार्रवाई के लिये शिकायत की।
कार्रवाई न होने पर उन्होंने न्यायालय की शरण ली। जिस पर 18 दिसम्बर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नम्रता सिंह ने विवेचक को मृतक किशोर के शव को निकालकर पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया। जिस पर बुधवार को नायब तहसीलदार पुष्पेंद्र यादव, एसएसआई अमित कुमार की मौजूदगी में शव को कब्र से निकाला गया।

शव को निकाले जाने के समय मृतक किशोर की मां पूनम यादव व पिता मोहर सिंह भी मौजूद रहे।पुलिस ने मजदूरों से शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया है।पोस्टमार्टम के बाद ही मृतक की मौत का कारण पता चलेगा।