मैनपुरी जिले के बेवर कस्बा के मोटा रोड स्थित झोलाछाप के यहां दांत का उपचार लेने पहुंची महिला की गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजन ने थाने पहुंचकर हंगामा किया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहीं महिला की मौत के बाद झोलाछाप अपनी दुकान बंद कर भाग गया।
जनपद फर्रुखाबाद के थाना मोहम्मदाबाद के गांव साशापुर निवासी पंकज राठौर की 30 वर्षीय पत्नी रानू राठौर को कुछ दिनों से दांतों में दर्द था। रविवार को रानू अपनी सास मुन्नी देवी के साथ कस्बा बेवर में मोटारोड स्थित झोलाछाप राजवीर माथुर की दुकान पर पहुंचीं। परिजन का आरोप है कि यहां राजवीर माथुर ने उन्हें दो इंजेक्शन लगाए इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। इससे पहले झोलाछाप कुछ कर पाता उनकी मौत हो गई। रानू की मौत होते ही झोलाछाप अपनी दुकान बंद कर मौके से भाग गया। जानकारी मिलते ही परिजन शव को लेकर थाने पहुंचे गए। यहां परिजन ने हंगामा काटा। पति पंकज राठौर की तहरीर पर पुलिस ने शव को पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पांच वर्षीय बच्चे के नहीं रुक रहे आंसू
मृतका रानू की शादी 17 साल पहले हुई थी। शादी के 15 साल बाद रानू को एक बच्चा पैदा हुआ था। रानू की मौत के बाद पांच साल के अनमोल का रो-रोकर बुरा हाल है। रविवार को रानू के शव के पास बच्चे को रोता देख हर आंख नम हो रही थी।
बेवर में झोलाछाप के यहां महिला की मौत की जानकारी मिली है। सोमवार को टीम भेजकर जांच कराई जाएगी। पंजीकरण नहीं मिलने पर झोलाछाप की दुकान को सील करते हुए एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। कोई भी व्यक्ति बिना पंजीकरण के क्लीनिक का संचालन नहीं कर सकता।