उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में शुक्रवार की रात एक किशोर ने फंदे से लटककर जान दे दी। वह इकलौती संतान था। शनिवार सुबह घरवालों ने देखा तो चीख पुकार मच गई। परिजन ने बगैर किसी कानूनी कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक गुजरात में प्राइवेट नौकरी करता था। हाल ही में लौटा था।
घटना औंछा थाना क्षेत्र के ज्योंती खुड़िया गांव की है। गांव निवासी राजू बाथम का पुत्र शेखर (17) गुजरात में रहकर एक खोया फैक्टरी में काम कर रहा था। दो दिन पहले ही वह गुजरात से वापस घर लौट कर आया था। शुक्रवार की रात जब सब परिजन सो रहे थे। तब शेखर ने अपने कमरे लगे पंखा के कुंडा में रस्सी के फंदे से लटकर जान दे दी।
शनिवार की सुबह जब शेखर कमरे से नहीं निकला तो परिजन ने वहां जाकर देखा। दरवाजा खोला तो परिजन की चीख निकल गई। किशोर का शव फंदे पर लटका हुआ था। चीखपुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए। परिजन ने बगैर किसी कानूनी कार्रवाई किए परिजन ने शेखर के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। शेखर माता-पिता का इकलौती संतान था। उसकी मौत के बाद माता पिता व अन्य परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।