उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक निजी स्कूल में तैनात शिक्षक को थाने के बाहर ही ठग लिया गया। कस्बा बिछवां के रहने वाले पीड़ित ने बताया कि ठग पुलिस की वर्दी पहने हुए था। उसने शिकायत भी दी लेकिन अभी तक कोई सुनवाई और कार्रवाई नहीं हुई है।
बिछवां थाना क्षेत्र के गांव तेजपुर निवासी राधेश्याम नगला अनी स्थित एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षण कार्य करते हैं। बताया कि 15 जनवरी को वह कस्बा कुरावली में घिरोर रोड से गेहूं लेकर साथी रूस्तम सिंह के साथ घर जा रहे थे। तभी बैंक के पास पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति ने रोक लिया।
उसने खुद को पुलिस वाला बताते हुए कागज दिखाने के लिए कहा। गाड़ी के कागज उनके पास मौजूद नहीं थे तो पुलिस की वर्दी पहने ठग ने शिक्षक से कहा कि दरोगा जी के पास थाने चलो। राधेश्याम को बाइक पर बैठाकर कुरावली थाने के बाहर तक ले गया। बाइक रोककर कहा कि बाहर ही निपटा लो या अंदर दरोगा जी के पास चलना है।
शिक्षक ने बाहर ही निपटाने को कहा तो तलाशी लेने लगा। शिक्षक ने उसे रोका और खुद ही कागज और 15 हजार रुपये निकाल कर हाथ में पकड़ा दिए। कहा कि उसके पास कोई गलत चीज नहीं है। इसके बाद ठग ने नजर बचाकर कागजों के बीच रखे रुपये निकल लिए और कागज शिक्षक की जेब में रखते हुए कहा कि आप अच्छे व्यक्ति लग रहे हैं। चलिए आगे से गलती न करना और वहां से भेज दिया।
कुछ दूर चलने के बाद शिक्षक ने जब देखी तो पता चला कि 15 हजार रुपये गायब थे। इस बारे में साथी को जानकारी दी और फिर थाने में तहरीर दी। राधेश्याम ने बताया कि शिकायत के बाद भी अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।