उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में अस्थमा के साथ ही निमोनिया के मरीजों की दिक्कत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज के साथ ही तीन माह के एक बच्चे की निमोनिया से पीड़ित होने के कारण मौत हो गई। दो अन्य मरीजों को हालत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज, सैफई के लिए रेफर किया गया है।
महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल की ओपीडी में बुधवार को सुबह से ही मरीजों की भीड़ रही। ओपीडी में 563 मरीजों को प्राथमिक उपचार दिया गया। 11 मरीज भर्ती कराए गए। दो मरीजों को हालत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज सैफई के लिए रेफर किया गया। बिछवां थाना क्षेत्र के गांव नगला पाल निवासी 60 वर्षीय सोनेलाल को पिछले कुछ दिनों से अस्थमा की दिक्कत बढ़ गई थी। मंगलवार की रात परिजन ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उपचार के दौरान सोनेलाल ने मंगलवार की देर रात दम तोड़ दिया।
कस्बा भोगांव निवासी नेहा के तीन माह के बच्चे को पिछले कुछ दिनों से निमोनिया की दिक्कत थी। परिजन उसका एक निजी डॉक्टर के यहां उपचार करा रहे थे। हालत बिगड़ने पर बुधवार को परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सीएमएस डॉ. मदनलाल ने कहा कि वृद्ध को अंतिम सांसों में ही अस्पताल लाया गया था। वहीं बच्चे को तो मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था।