‘500 साल बाद अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। अगर श्री राम जन्मभूमि वापस ली जा सकती है, तो कोई कारण नहीं कि हम सिंध को वापस नहीं ले सकते।’ सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन में यह बात कही।
सीएम ने कहा, “देश है तो धर्म है। धर्म है तो समाज है। समाज है तो हम सभी का अस्तित्व है। हमारी प्राथमिकता इसी अनुरूप होनी चाहिए। देश का सौभाग्य है कि आज नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद भारत के अंदर अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।”
सीएम योगी ने कहा, “1947 में बंटवारे जैसी त्रासदी फिर कभी ना आने पाए। इसके लिए हमें राष्ट्र प्रथम का संकल्प लेना चाहिए। राष्ट्र की एकता और अखंडता के प्रति खिलवाड़ करने वाले को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए।”
योगी ने कहा, “सिर्फ एक व्यक्ति की जिद की वजह से देश को विभाजन की त्रासदी से गुजरना पड़ा। देश के बंटवारे की वजह से लाखों लोगों का कत्ल-ए-आम हुआ। भारत का एक बड़ा भू-भाग पाकिस्तान के रूप में चला गया।”
उन्होंने कहा कि सिंधी समाज ने उस दर्द को सबसे ज्यादा सहा है। उन्हें अपनी मातृभूमि छोड़नी पड़ी। सिंधी समाज को अपने इतिहास के बारे में अपनी वर्तमान पीढ़ी को बताने की आवश्यकता है।
सिंधी अधिवेशन में योगी ने कहा, “आज भी आतंकवाद के रूप में हमें विभाजन की त्रासदी के दंश को झेलना पड़ता है। कोई भी सभ्य समाज आतंकवाद, उग्रवाद या किसी भी प्रकार की अराजकता को कभी मान्यता नहीं दे सकता। अगर मानवता के कल्याण के मार्ग पर हमें आगे बढ़ाना है, तो समाज की दुष्प्रवृत्तियों को खत्म करना होगा। हमारे धर्म ग्रंथ भी हमें यही प्रेरणा देते हैं। झूलेलाल जी हों या भगवान श्रीकृष्ण, सबने मानव कल्याण के लिए सज्जन के संरक्षण और दुर्जन को समाप्त करने की बात कही है।”
सीएम ने कहा, “सिंधी समाज भारत के सनातन धर्म का अभिन्न हिस्सा है। सिंधी समाज ने सम-विषम परिस्थतियों में अपने पुरुषार्थ से खुद को आगे बढ़ाया है। शून्य से शिखर तक यात्रा कैसे होती है, भारत के अंदर सिंधी समाज इसका बड़ा उदाहरण हैं।”
आयोजन में योगी ने पद्म भूषण पंकज आडवाणी को ‘शेर ए सिंध’ सम्मान से सम्मानित किया। पंकज 25 बार विश्व बिलियर्ड्स एवं स्नूकर चैम्पियन रह चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, लखानी ग्रुप के अध्यक्ष एसएन लखानी, देश में सामाजिक कार्यों के जाने माने नाम श्रीराम छबलानी, टेक महिंद्रा के भारत के प्रमुख राजेश चंद्र रमानी और VIP कंपनी की को-फाउंडर सोनाक्षी लखानी को सम्मानित किया। कार्यक्रम में 10 देशों और भारत के 10 राज्यों के 225 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया
‘500 साल बाद अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। अगर श्री राम जन्मभूमि वापस ली जा सकती है, तो कोई कारण नहीं कि हम सिंध को वापस नहीं ले सकते।’ सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन में यह बात कही।
सीएम ने कहा, “देश है तो धर्म है। धर्म है तो समाज है। समाज है तो हम सभी का अस्तित्व है। हमारी प्राथमिकता इसी अनुरूप होनी चाहिए। देश का सौभाग्य है कि आज नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद भारत के अंदर अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।”
सीएम योगी ने कहा, “1947 में बंटवारे जैसी त्रासदी फिर कभी ना आने पाए। इसके लिए हमें राष्ट्र प्रथम का संकल्प लेना चाहिए। राष्ट्र की एकता और अखंडता के प्रति खिलवाड़ करने वाले को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए।”
योगी ने कहा, “सिर्फ एक व्यक्ति की जिद की वजह से देश को विभाजन की त्रासदी से गुजरना पड़ा। देश के बंटवारे की वजह से लाखों लोगों का कत्ल-ए-आम हुआ। भारत का एक बड़ा भू-भाग पाकिस्तान के रूप में चला गया।”
उन्होंने कहा कि सिंधी समाज ने उस दर्द को सबसे ज्यादा सहा है। उन्हें अपनी मातृभूमि छोड़नी पड़ी। सिंधी समाज को अपने इतिहास के बारे में अपनी वर्तमान पीढ़ी को बताने की आवश्यकता है।
सिंधी अधिवेशन में योगी ने कहा, “आज भी आतंकवाद के रूप में हमें विभाजन की त्रासदी के दंश को झेलना पड़ता है। कोई भी सभ्य समाज आतंकवाद, उग्रवाद या किसी भी प्रकार की अराजकता को कभी मान्यता नहीं दे सकता। अगर मानवता के कल्याण के मार्ग पर हमें आगे बढ़ाना है, तो समाज की दुष्प्रवृत्तियों को खत्म करना होगा। हमारे धर्म ग्रंथ भी हमें यही प्रेरणा देते हैं। झूलेलाल जी हों या भगवान श्रीकृष्ण, सबने मानव कल्याण के लिए सज्जन के संरक्षण और दुर्जन को समाप्त करने की बात कही है।”
सीएम ने कहा, “सिंधी समाज भारत के सनातन धर्म का अभिन्न हिस्सा है। सिंधी समाज ने सम-विषम परिस्थतियों में अपने पुरुषार्थ से खुद को आगे बढ़ाया है। शून्य से शिखर तक यात्रा कैसे होती है, भारत के अंदर सिंधी समाज इसका बड़ा उदाहरण हैं।”
आयोजन में योगी ने पद्म भूषण पंकज आडवाणी को ‘शेर ए सिंध’ सम्मान से सम्मानित किया। पंकज 25 बार विश्व बिलियर्ड्स एवं स्नूकर चैम्पियन रह चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, लखानी ग्रुप के अध्यक्ष एसएन लखानी, देश में सामाजिक कार्यों के जाने माने नाम श्रीराम छबलानी, टेक महिंद्रा के भारत के प्रमुख राजेश चंद्र रमानी और VIP कंपनी की को-फाउंडर सोनाक्षी लखानी को सम्मानित किया। कार्यक्रम में 10 देशों और भारत के 10 राज्यों के 225 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।