पीलीभीत के सुनगढ़ी क्षेत्र की रहने वाली युवती ने प्रेम प्रसंग के चलते कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन ने आरोप लगाया है कि साथी मित्र उसकी पुत्री को किसी बात को लेकर अक्सर धमकाया करता था। इससे पुत्री परेशान थी। परिजन ने मामले की लिखित तहरीर थाना सुनगढ़ी में दी है।
गौहनिया चौराहा स्थित जोशीनगर कॉलोनी की रहने वाली दुलारो देवी ने बताया कि उनके पति की कई वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। परिवार की गुजर बसर के लिए वह मंडी में मजदूरी करती हैंं, जबकि उनकी पुत्री गीता देवी (22) शहर के ही एक निजी अस्पताल में काम करती है। इसी दौरान उनकी पुत्री की मूलचंद धर्मशाला के निकट स्थित एक होटल पर काम करने वाले युवक से जान पहचान हो गई थी। लंबे समय से दोनों एक-दूसरे से बातचीत करते आ रहे थे। कुछ दिनों से उक्त युवक उनकी पुत्री को किसी बात पर धमका रहा था। इससे बेटी काफी परेशान रहने लगी थी। बुधवार को उनकी पुत्री की तबीयत खराब थी। इसके चलते वह काम पर भी नहीं गई।
मां ने बताया कि घरेलू काम निपटाने के बाद वह भी मंडी में काम पर चली गईं। शाम को लगभग सात बजे जब लौटी तो घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद मोहल्ले के आसपास के लोग एकत्र हो गए। पड़ोस के एक युवक ने अपने घर की दीवार से कूदकर अंदर से दरवाजा खोला। अंदर घर के कमरे में पंखे के कुंडे में टुपट्टे के सहारे गीता का शव लटका हुआ था। इसके बाद मामले की सूचना सुनगढ़ी पुलिस को दी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
मोबाइल फोन का डाटा मिला गायब
परिजन ने बताया कि गीता का मोबाइल सामने की खिड़की पर टिका हुआ रखा था। जब मोबाइल फोन चेक किया तो उसका पूरा डाटा साफ मिला। परिजन का कहना है कि जिस तरह से पुत्री फंदे पर लटकी हुई थी उससे साफ जाहिर हो रहा था कि जैसे उसे किसी ने उसे मारकर लटका दिया हो।