उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में जिला अस्पताल पहुंचने वाले घायलों को अब टांके लगवाने और टांके कटवाने के लिए अप्रशिक्षित लोगों के पास नहीं जाना होगा। सीएमएस ने बुधवार को ओटी प्रभारी के लिए आदेश जारी कर दिए हैं। अब प्रशिक्षित टेक्नीशियन की टांके लगाने और काटने का कार्य करेंगे।
महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचने वाले घायलों को टांके आदि लगाने का कार्य वार्ड बॉय द्वारा किया जा रहा था। ओटी टेक्नीशियन ओटी में टांके काटने के रुपये मांगते थे। जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी प्रकट की थी। इसके बाद बुधवार को सीएमएस डॉ. मदनलाल ने ओटी प्रभारी के लिए एक आदेश जारी कर दिया।
सीएमएस ने आदेश जारी करते हुए कहा कि अस्पताल की ओपीडी में आने वाले घायलों को अब ओटी में ही टांके आदि लगाने का कार्य किया जाएगा। इसके अतिरिक्त यदि कोई घायल अपने टांके कटवाने के लिए अस्पाल आता है तो उसके टांके भी बिना किसी शुल्क के जिला अस्पताल की ओटी में ही काटे जाएंगे। सीएमएस ने कहा कि इस कार्य में लापरवाही पर ओटी टेक्नीशियन और प्रभारी जिम्मेदार होंगे।
सीएमएस ने आदेश जारी करते हुए कहा कि अस्पताल की ओपीडी में आने वाले घायलों को अब ओटी में ही टांके आदि लगाने का कार्य किया जाएगा। इसके अतिरिक्त यदि कोई घायल अपने टांके कटवाने के लिए अस्पाल आता है तो उसके टांके भी बिना किसी शुल्क के जिला अस्पताल की ओटी में ही काटे जाएंगे। सीएमएस ने कहा कि इस कार्य में लापरवाही पर ओटी टेक्नीशियन और प्रभारी जिम्मेदार होंगे।
अभी तक लगती थी 68 रुपये की रसीद
जिला अस्पताल की ओटी में टांके आदि लगवाने और कटवाने के लिए अभी तक 68 रुपये की रसीद कटवानी पड़ती थी। सीएमएस ने आदेश जारी किया कि अब टांके लगवाने और कटवाने के लिए किसी प्रकार की रसीद नहीं कटवानी होगी। सीएमएस डॉ. मदनलाल ने कहा कि पीड़ितों की सुविधा को देखते हुए आदेश जारी कर दिया गया है। ओपीडी में ही ओटी टेक्नीशियन घायलों के टांके लगाने और काटने का कार्य करेंगे।
REPORT: YOGESH KUMAR
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आदर्श कुमार
संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ