मैनपुरी में कक्षा 9 और 10 के छात्रों का होगा रचनात्मक आकलन

मैनपुरी में नई शिक्षा नीति के तहत उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद छात्रों के रचनात्मक मूल्यांकन पर जोर दे रहा है। कक्षा में छात्र विषय को रचनात्मक तरीके से समझकर जल्द सीख सकें, इसके लिए प्रारूप तैयार किया गया है। सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखकर प्रारंभिक चरण में कक्षा नौ और 10 में कार्यक्रम को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि रचनात्मक मूल्यांकन कक्षा शिक्षण के साथ-साथ चलने वाली प्रक्रिया है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को शिक्षण के दौरान ही सीखने के स्तर एवं पढ़ाई जाने वाली विषयवस्तु की समझ का आकलन कराना है।

उपचारात्मक शिक्षण की योजना बनाने में मिलेगी सहायता

सह जिला विद्यालय निरीक्षक रघुराज सिंह पाल ने बताया कि इसके आधार पर शिक्षक अपनी पाठ्य योजना में आवश्यक परिवर्तन कर सकते हैं। इस आकलन के आधार पर कमजोर विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त उपचारात्मक शिक्षण की योजना बनाने में सहायता मिलती है।

कार्यशाला का भी होगा आयोजन

रचनात्मक मूल्यांकन के लिए कार्यशाला आयोजित कर विषयवार रचनात्मक मूल्यांकन के उपकरण एवं तकनीक पर भी जोर दिया जाएगा। इसके लिए वाद-विवाद, समूह चर्चा, मॉडल, चार्ट, दृश्यात्मक प्रस्तुति, रोल प्ले आदि गतिविधियों को शामिल कर प्रारूप तैयार किया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि फिलहाल यह कक्षा नौ और 10 के लिए कार्यक्रम है आगे अन्य कक्षाओं के लिए भी यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।

समस्त प्रधानाचार्य परिषद की वेबसाइट से रचनात्मक कार्य से संबंधित जानकारी अपलोड कर छात्र-छात्राओं को अवगत कराएं। ताकि छात्र-छात्राएं रचनात्मक आकलन सही से करा सकें। – अजय कुमार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक