मैनपुरी जिले में भी 20 फरवरी को ही वोट डाले जाएंगे। सपा सुप्रीमो अखिलेश ने जीत के लिए पूरा जोर लगा दिया है। यहां तक कि 3 साल बाद पिता मुलायम सिंह के साथ मंच भी शेयर कर लिया। करहल के चुनाव-प्रचार में अखिलेश अपने पिता को भी वोट मांगने ले आए। वैसे, सपा-पैट्रियार्क मुलायम सिंह यादव की उम्र का असर कहें या तंदुरूस्ती का असर, गड़बड़ उनके संबोधन में हो ही गई। वह अपने भाषण में अखिलेश को ही भूल गए। जनता से उनके लिए वोट मांगना भी उन्हें याद नहीं रहा।
दरअसल, मुलायम जब अपना भाषण खत्म करने लगे तो वह अखिलेश को जितवाने की अपील करना भूल गए। तब, पास में ही खड़े सांसद धर्मेंद्र यादव ने पर्ची पकड़ाते हुए उनके कान में कहा, वोट मांगिए। इसके बाद मुलायम ने जनता से अपील की कि करहल से अखिलेश को भारी मतों से विजयी बनाएं।