पूरनपुर में शारदा नदी की बाढ़ से गांव चंदिया हजारा और आसपास के क्षेत्र को बचाने के लिए जीओ बैग की ठोकर बनाने का टेंडर होने और चेनेलाइजेशन को स्वीकृत मिलने के बाद बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता ने टीम के साथ नदी किनारे पहुंचकर स्थिति को देखा। नदी तट पर पहुंचे लोगों को धनराशि अवमुक्त होने पर शीघ्र काम शुरू कराने का आश्वासन दिया।
शारदा नदी ने पिछले तीन-चार साल से गांव चंदिया हजारा और आसपास इलाके में भारी तबाही मचा रखी है। नदी से गांव को बचाने के लिए चेनेलाइजेशन कराने और जिओ बैग लगवाकर ठोकर बनवाने आदि की मांंग को लेकर गांव चंदिया हजारा में 101 दिन तक बेमियादी क्रमिक भूख हड़ताल चली थी। नदी किनारे जिओ बैग लगाकर ठोकर बनाने को भी स्वीकृत हुई। 9.98 करोड़ रुपये से होने वाले ठोकर निर्माण की पिछले दिनों टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई। 178.76 लाख रुपये की लागत से चेनेलाइजेशन भी होना है। इसकी स्वीकृत मिल चुकी है। टेंडर प्रक्रिया होना शेष है।
बुधवार को बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने एसडीओ बाढ़ खंड डीएन शुक्ला आदि को साथ लेकर गांव चंदिया हजारा से राहुलनगर तक शारदा नदी तट को देखा। बाढ़ खंड के अफसरों के आने की जानकारी पर गांव चंदिया हजारा के प्रधान बासुदेव कुंडू और गांव के कई लोग मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने अफसरों से शीघ्र काम शुरू कराने की मांग की। इस पर अफसरों ने धनराशि अवमुक्त होने के बाद काम शुरू कराने का आश्वासन दिया। एसडीओ बाढ़ खंड डीएम शुक्ला ने बताया कि जिओ बैग लगाने और चेनेलाइजेशन के काम को लेकर निरीक्षण किया गया। धनराशि अवमुक्त होने तक तेजी से काम कराया जाएगा।