भोगांव के ग्राम सभा अहिरवा भूमि घोटाले में राजस्व कर्मियों द्वारा कंप्यूटर में हेरफेर मामले में जांच में चार लेखपाल दोषी पाए गए हैं। जिनके खिलाफ नायब तहसीलदार ने भोगांव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। मामला दर्ज होने के बाद भूमि घोटाले का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। तहसील में तैनात भूलेख प्रभारी नायब तहसीलदार संदीप कुमार ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें कहा है कि बृजेंद्र प्रताप सिंह निवासी अहिरवा के शिकायती पत्र पर उनके द्वारा जांच की गई। इसमें एसडीएम के आदेश 17 मई 2000 के बदस्तूर रहते हुए भी कंप्यूटर में राजस्व कर्मियों द्वारा हेर फेर की गई है। जांच में प्रथम दृष्टयता लेखपाल सुखराम सिंह, लेखपाल प्रभारी सहायक रजिस्ट्रार कानूनगो विवेक कुमार, लेखपाल नरेंद्र सिंह यादव, लेखपाल राजेश यादव ने आदेश के बाद भी कई कास्तकारों के नाम भू- अभिलेख में अंकित कर दिए हैं। लेखपाल नरेंद्र यादव और सुखराम सेवानिवृत्त हो चुके है। लेखपाल राजेश यादव तहसील घिरोर में तैनात है। नायब तहसीलदार ने रिपोर्ट में कहा है कि जांच में प्रथम दृष्टयता दोषी पाए जाने पर इन सभी लेखपालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। एसडीएम संध्या शर्मा ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी और अपर जिलाधिकारी सहित तीन सदस्यीय टीम ने मामले की जांच की है। जांच के बाद रिपोर्ट के आधार पर नायब तहसीलदार ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।