उत्तर प्रदेश के मैनुपरी में धान की पराली जलाना प्रतिबंधित है। इसके बाद भी किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी के चलते जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में पराली जलाने वाले छह किसानों पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। साथ ही उन्हें दोबारा पराली न जलाने की सख्त हिदायत भी दी गई है।
कृषि विभाग द्वारा पराली जलाने से किसानों को रोकने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके बाद भी कहीं न कहीं पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। एक ओर जहां सैटेलाइट से निगरानी की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ कृषि विभाग के कर्मचारी भी क्षेत्र में सक्रिय हैं। इसी के चलते कृषि विभाग के कर्मचारियों ने पराली जलाने के छह मामले चिह्नित किए।
इसमें गांगसी के नगला मुकुट में रघुवीर सिंह, नरेंद्र सिंह, सोवरन सिंह और नवीन कुमार ने अपने खेतों में पराली जलाई। वहीं गांव कुबेरपुर निवासी प्रागसिंह और नगला बलसिंह निवासी बृजेश कुमार ने भी पराली खेत में जला दी। कृषि विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर सभी 2500-2500 रुपये का जुर्माना वसूल किया। कुल 15 हजार रुपये जुर्माना वसूूल किया गया। साथ ही किसानों को दोबारा पराली न जलाने की सख्त हिदायत दी गई है।
जिला कृषि अधिकारी डॉ. सूर्यप्रताप सिंह ने बताया कि किसानों से लगातार पराली न जलाने की अपील की जा रही है। इसके बाद भी मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने किसानों से पराली का अन्य विधियों से निस्तारण करने के लिए कहा है।