फर्रुखाबाद ,18 अप्रैल 2023 यकृत (लीवर) का दुश्मन सिर्फ शराब नहीं है, खराब जीवनशैली और जंक फूड भी इसका एक प्रमुख कारण है। यह कहना है गैर संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह का। डॉ सिंह ने बताया कि लीवर शरीर का वर्क हाउस है। यह भोजन में मौजूद वसा और कार्बोहाइड्रेट को सुपाच्य बनाता है। यह नेचुरल फिल्टर है, जो विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसी सम्बंध में लोगों को जागरूक करने के लिए 19 अप्रैल को विश्व लीवर दिवस मनाया जाता है।
डॉ सिंह ने बताया कि इस दिवस पर सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर लोगों को लीवर को किस तरह से स्वस्थ रखना है जागरुक किया जायेगा l साथ ही कहा कि लीवर यदि गंभीर रूप से खराब हो गया है तो मरीज को हायर सेंटर सैफई मेडिकल कॉलेज इटावा या कानपुर रेफर कर दिया जाता है l
सिविल अस्पताल लिंजीगंज में तैनात डॉ ऋषि नाथ गुप्ता ने बताया कि फास्ट फूड जैसे फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पिज्जा आदि फ्राइड होते हैं और इनमें नमक और सैचुरेटेड फैट की मात्रा भी काफी अधिक होती है। इन चीजों का अधिक सेवन करने से लीवर सिरोसिस की समस्या हो सकती है। इसके अलावा जंक फूड में इस्तेमाल होने वाला हैवी फैट और अन्य रसायन लीवर को बुरी तरह नुकसान पहुंचाते हैं।
डॉ ऋषि ने बताया कि अत्यधिक चिकनाई युक्त भोजन करने से 20 प्रतिशत लोगों को फैटी लीवर , शराब का सेवन करने से 10 प्रतिशत लोगों में अल्कोहलिक फैटी लीवर, साथ ही 0.01 प्रतिशत लोगों में लीवर कैंसर और फ़ास्ट फ़ूड का सेवन करने के साथ ही शराब का सेवन करने वाले 1 प्रतिशत लोगों को लीवर सिरोसिस की शिकायत हो सकती है |
आजाद भवन नुन्हाई में होम्योपैथी चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात डॉ सुरेंद्र सिंह ने कहा कि आज लोग खुद व बच्चों को फास्ट फूड खिलाते हैं। इस कारण लीवर में कमी आ रही है l अगर समय रहते इसका इलाज शुरू कर दिया जाए तो इसको सही किया जा सकता है l होम्योपैथी में भी इसका सफल इलाज है मेरे यहां प्रतिदिन 4-5 मरीज़ लीवर से जुड़ी हुई बीमारी का इलाज कराने आते हैं l
मोहल्ला सेनापति के निवासी 40 वर्षीय काल्पनिक नाम दिनेश ने बताया कि मैं रोज शराब पीने का आदी हो गया था। इस कारण मुझे खाने पीने में परेशानी होने लगी थी। और भूख भी खत्म हो गई थी। कानपुर के एक चिकित्सक की सलाह पर मैंने शराब का सेवन छोड़ दियाl अब मैं स्वस्थ हूं और लोगों को शराब व नशे की लत से दूर रहने की अपील करता हूंl