फर्रुखाबाद एआरटीओ कार्यालय पर एक समय था जब यह कार्यालय आर्मी कैंट के पास था वहां पर तरह-तरह के खो-खो पर आपको सजी हुई दुकाने मिलती थी सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रहती थी बहुत से लोग आपको लाइसेंस बनवाने के लिए खड़े नजर आते थे लेकिन काम होता ना देख किसी सहायक की तलाश में इधर-उधर ताक जांच करने लगते थे तो वहीं सहायक भी जल्दी मिल जाते थे और चंद रुपए लेकर सांठगांठ के चलते लाइसेंस बनाए जाते थे लेकिन अब यह सब खत्म हो चुका है जब से यहां पर नए एआरटीओ अधिकारी विजेंद्रनाथ चौधरी की पोस्टिंग हुई है तब से कार्यालय में किसी भी प्रकार की धांधली नहीं दिखाई पड़ती है और आपको कार्यालय पर लंबी-लंबी लाइनें भी नहीं दिखाई पड़ेगी क्योंकि कार्य को बड़े ही कुशलता के साथ और ईमानदारी के साथ किया जा रहा है आपको बताते चलें कि पहले आम जनता एआरटीओ अधिकारी को कार्यालय में ढूंढ ही नहीं पाती थी क्योंकि साहब तो कभी समय पर बैठते ही नहीं थे लेकिन चौधरी साहब का मिजाज ही अलग है वह आम जनता से बड़े ही शालीनता के साथ मिलते हैं और उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द निपटाने का प्रयास करते हैं आज की मुलाकात में उन्होंने बताया कि लाइसेंस प्रक्रिया ऑनलाइन है जिसमें पूर्णता पारदर्शिता होती है और चौधरी साहब ने बताया कि उनके रहते कार्यालय में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं होने दिया जाएगा आने वाले आगंतुक के लिए साफ पानी पीने का इंतजाम बैठने के लिए कुर्सियां व साफ-सफाई अच्छी मिली