फर्रुखाबाद : डीएम के फोन के बाद क्यों दौड़े अफसर

फर्रुखाबाद : मारपीट में घायल वृद्ध और उनके पौत्र को लोहिया अस्पताल लाया गया। वहां घायलों के स्वजन ने डीएम को फोन कर शिकायत की कि यहां उनका इलाज नहीं हो रहा है। इस पर डीएम के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक समेत कई अधिकारी लोहिया अस्पताल पहुंच गए। अधिकारियों से स्वजन ने शिकायत की कि पुलिस के सामने आरोपितों ने उन्हें पीटा और तहरीर फाड़ दी। जिस पर जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक भी अस्पताल पहुंच गए। जांच में आरोप की पुष्टि नहीं हो सकी। उसके बाद दोनों घायलों को सैंफई के लिए रेफर कर दिया गया। नवाबगंज के गांव बिरसिंहपुर में सोमवार को दो पक्षों में मारपीट हो गई थी। मारपीट में घायल जितेंद्र सिंह और उनके बाबा इंद्रपाल सिंह को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से देर रात लोहिया अस्पताल लाया गया। इंद्रपाल के सिर और कान में गंभीर चोट होने के कारण डा. अभिषेक चतुर्वेदी ने इंद्रपाल सिंह को सैफई मेडिकल कालेज के रेफर कर दिया, लेकिन स्वजन उन्हें नहीं ले गए। इस बीच किसी ने जिलाधिकारी को फोन कर बताया कि उनके मरीज का इलाज नहीं किया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी सुभाष चंद्र प्रजापति, सीएमओ डा. सतीश चंद्रा, सीएमएस डा. राजकुमार गुप्ता, आर्थोपेडिक सर्जन योगेंद्र मिश्रा मौके पर पहुंचे। चिकित्सक ने अधिकारियों को इलाज की स्थिति के बारे में बताया। इसके बाद स्वजन ने आरोप लगाया कि थाने में पुलिस के सामने आरोपितों ने उनकी तहरीर फाड़ दी और मारपीट की। जब तक उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं होगी तब तक वह सैफई मेडिकल कालेज नहीं जाएंगे। इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप और शहर कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ला अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने इंद्रपाल सिंह और जितेंद्र सिंह को एंबुलेंस से सैफई मेडिकल कालेज भेज दिया। नवाबगंज थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश ने बताया कि बिजली तार को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई थी। थाने आने के दौरान फिर मारपीट हुई। थाने में मारपीट और तहरीर फाड़ने का आरोप गलत है। उन्होंने बताया कि जितेंद्र और इंद्रपाल सैफई मेडिकल कालेज वापस आ गए हैं। दोनों का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया है।

सवांददाता: सम्राट शाक्य