फर्रुखाबाद ,जिला कारागार फतेहगढ़ के जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुन्द ने एक और मील का पत्थर रख दिया। अपने कार्यों से ख्याति बटोरने वाले जेल अधीक्षक गणतंत्र दिवस पर ‘गोल्ड प्रशंसा चिह्न’ से नवाजे जाएंगे। प्रदेश में यह सम्मान मात्र छह जेल अधीक्षकों को मिला है और फर्रुखाबाद के लिए यह गौरव की बात है, उसमें यह जिला शामिल है।
जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुन्द दर्जनों सम्मानों से अलंकृत किए जा चुके हैं। जेल को सही मायने में ‘बन्दी सुधार गृह’ बनाने में जेल अधीक्षक के प्रयास सराहनीय हैं। जीवन की सबसे बड़ी आवश्यकता भोजन की गुणवत्ता सुधारने में भीमसैन मुकुन्द ने भागीरथ प्रयास किये और उसमें सफलता अर्जित की। भोजन की गुणवत्ता के लिए फतेहगढ़ जिला कारागार का नाम इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया। सोमवार को जैसे ही यह $खबर जिला कारागार में आम हुई कि जेल अधीक्षक को गणतंत्र दिवस के अवसर पर महानिरीक्षक, कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएँ, उ.प्र. की ओर से ‘गोल्ड प्रशंसा चिह्न’ प्रदान किया जाएगा, जेल में खुशी की लहर दौड़ गयी। जेलर अखिलेश कुमार, डिप्टी जेलर अखिलेश मिश्रा, डिप्टी जेलर शैलेश सोनकर, उप कारापाल श्रीमती कृष्णा कुमारी एवं सरोजनी देवी ने जेल अधीक्षक को इस ‘सम्मान’ के लिए बधाई दी। इसके अतिरिक्त प्रशिक्षक रामकुमार एवं प्रशिक्षक विजय बहादुर को रजत प्रशंसा चिह्न से सम्मानित किया जाएगा।
आपको बता दें फतेहगढ़ जेल अधीक्षक के अतिरिक्त फतेहपुर के मोहम्मद अकरम, कौशाम्बी के राकेश सिंह, मेरठ के राकेश कुमार, बागपत के विष्णुकान्त मिश्रा व सीतापुर के सुरेश कुमार सिंह को गोल्ड प्रशंसा चिह्न से सम्मानित किया जाएगा। छह जेलर, आठ डिप्टी जेलर, दस हेड जेल वार्डर, १५ जल वार्डर व दो चालकों को भी गोल्ड प्रशंसा चिह्न से सम्मानित किया जाएगा।
जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुन्द ने भावुक होकर कहा कोई भी उपलब्धि अकेले प्राप्त नहीं की जा सकती। यह केवल मेरा सम्मान नहीं है, इस सम्मान का हकदार मुझसे लेकर मेरी जेल का छोटे से छोटा कर्मचारी है, जो इस जेल को स्वच्छ और सुन्दर बनाने में, खाने की गुणवत्ता बनाए रखने में, अनुशासन बनाए रखने में और भ्रष्टाचार से मुक्त रखने में अपना अक्षुण्ण योगदान देता है। मेरा पूरा स्टाफ बधाई का पात्र है।