फर्रुखाबाद:मिशन शक्ति अभियान “4.0” के अंतर्गत जिलाधिकारी ने स्वावलंबन कैम्प का किया शुभारम्भ



फर्रुखाबाद 19 अप्रैल 2022 महिला कल्याण विभाग के तत्वाधान में मिशन शक्ति अभियान “4.0” के अंतर्गत विकास खण्ड बढपुर के सभागार में स्वावलंबन कैम्प का आयोजन जिलाधिकारी संजय सिंह ने दीप जलाकर किया |
प्रत्येक 15 दिवसों के अंतराल पर ऐसे कैम्प आयोजित होंगे। कैम्प में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, पति की मृत्युपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही जिलाधिकारी , मुख्य विकास अधिकारी ,पुलिस अधीक्षक और जिला कार्यक्रम अधिकारी ने गर्भवती मनीषा, सोनम, रजनी की गोद भराई की और छह माह की आराध्या, तृप्ति और नविका का अन्नप्राशन भी किया |
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आज की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहीं हैं वह किसी से भी कम नहीं है| मिशन शक्ति का उद्देश्य यही है कि महिलाओं के लिए समाज की सोच में सकारात्मक परिवर्तन आये तथा महिलाएं व बच्चे विशेषकर बालिकाएं आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर हों।
मुख्य विकास अधिकारी एम अरुन्मोली ने कहा कि पहले की महिलाएं समाज में काफी पिछड़ी हुई थी, लेकिन अब हर महिला प्रत्येक स्तर पर सशक्त तथा आत्मनिर्भर होकर अपने परिवार एवं समाज में योगदान दे रही हैं। मिशन शक्ति अभियान के द्वारा अब महिलाओं में पहले से अपनी सुरक्षा को लेकर अब जागरूकता बढ़ रही है तथा अपने अधिकार के लिए आगे आ रही हैं।
पुलिस अधीक्षक अशोक मीणा ने बताया कि हर महिला को अपनी सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जिम्मेदार होते हुए कुछ चीजों की जानकारी जरूर होनी चाहिए, सरकार व गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा महिलाओं के हित के लिए कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, इन नंबरों को अपने फोन में सेव कर खुद को सुरक्षित रखने का तोहफा दें। उन्होंने बताया कि 1090 वूमेन पावर लाइन, 181 महिला हेल्पलाइन, 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, 112 पुलिस आपातकालीन सेवा, 1098 चाइल्ड लाइन, 102 एम्बूलेंस सेवाएं एवं 108 एंबुलेंस सेवाएं महिलाओं की सुरक्षा के लिए जारी किए गए हैं।
जिला प्रोवेशन अधिकारी अनिल चन्द्र ने बताया कि भारतीय संस्कृति एवं समाज में नारी का स्थान सदैव ही ऊँचा रहा है। शक्ति के विभिन्न स्वरूपों में हम नारी की पूजा करते आये हैं | उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं की गरिमा, सम्मान के साथ ही उनके सशक्तीकरण के लिए विशेष प्रयत्नशील एवं कार्यरत है।
डीपीओ ने बताया कि महिलाओं के हित के लिए सरकार द्वारा निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, कन्या सुमंगला योजना, उ0प्र0 रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित विभिन्न विभागों द्वारा अन्य योजनाएं महिलाओं के लिए संचालित हैं।
डीपीओ ने बताया कि इन योजनाओं का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त कर समान लैंगिक अनुपात स्थापित करना, बाल विवाह की कुप्रथा को रोकना, बालिका के स्वास्थ्य व शिक्षा को प्रोत्साहन देना और उन्हें स्वावलम्बी बनाना है।
साथ ही कहा कि कोविड-19 से मृतक माता -पिता के बच्चें को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत भरण पोषण, शिक्षा आदि के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। इस योजना के तहत 124 बच्चों को प्रतिमाह 4000 रूपये दिए जा रहे हैं | साथ ही कोविड के दौरान सामान्य रूप से हुई मौत में भी अनाथ हुए 78 बच्चों को 2500 रूपये प्रतिमाह दिए जा रहे हैं | साथ ही लगभग 8000 बेटियों को कन्या सुमंगला योजना का और निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत लगभग 43 हजार महिलाओं को पेंशन दी जा रही है | कैम्प का संचालन बड़ी ही कुशलता से बाल संरक्षण अधिकारी सचिन सिंह ने किया |
इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ,महिला कल्याण अधिकारी नेहा मिश्रा , जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी राजेश बघेल ,सीडीपीओ सुनीता उपाध्याय ,पुष्पा सेन, सहित अन्य लोग मौजूद रहे |