फर्रुखाबाद, 7 दिसंबर 2022 राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत बाल विकास परियोजना अधिकारियों (सीडीपीओ), खंड शिक्षा अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड सम्पूरण (विफ्स) कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित सभागार में दिया गया l
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने कहा कि ज़िले में किशोरों की आबादी तकरीबन नौ प्रतिशत है। यह बड़ी संख्या और महत्वपूर्ण आयुवर्ग है। इसमें शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक परिवर्तन का दौर होता है, जिसे उचित परामर्श व देखभाल की आवश्यकता होती है। जब हमारा किशोर एवं युवा मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा। देश का भविष्य किशोरों के ही हाथ में है। स्वस्थ भारत का निर्माण स्वस्थ किशोरों से ही संभव है।
इस मौके पर किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ आरसीएच डॉ दलवीर सिंह ने कहा कि किशोर स्वास्थ्य को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन किया जाता है । इनमें साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड सम्पूर्ण कार्यक्रम, किशोर मंच, किशोरी सुरक्षा योजना के तहत निशुल्क सेनेटरी नैपकिन का वितरण, पीयर एजूकेटर्स कार्यक्रम व किशोर स्वास्थ्य दिवस जैसे आयोजन किए जाते हैं। खान पान, पोषण और स्वास्थ्य ही किशोर जीवन का आधार है। अगर इसी में कमी आ गई तो आधार ही टूट जाएगा ।
इस दौरान जिला सलाहकार किशोर स्वास्थ्य चंदन यादव ने सभी से अपील की कि वह अपने क्षेत्रों में किशोरों के स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें तथा उनकी समस्याओं को मित्रवत समझें तथा विमर्श करके उसके निस्तारण का प्रयास करें । किशोरों को एनीमिया और आयरन की कमी के प्रति जागरुक करें। यौन व प्रजनन स्वास्थ्य के साथ ही परिवार नियोजन के कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी ।
चंदन ने बताया कि ज़िले में शिक्षा विभाग के पास छह वर्ष से लेकर 19 साल तक के 1,89,052 किशोर किशोरी और बाल विकास एवम पुष्टाहार विभाग के पास 1523 बच्चे पंजीकृत है जिनको विफ्स कार्यक्रम के अन्तर्गत आयरन की गोली खिलाई जाती है l इसके साथ ही कहा कि अक्टूबर माह में शिक्षा विभाग ने 1,30,565 और आईसीडीएस विभाग ने 823 बच्चों को आयरन की गोली खिलाई हैं जो पंजीकृत किशोर किशोरी की संख्या का लगभग 68 प्रतिशत है l उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि शत प्रतिशत बच्चों को आयरन की गोली खिलाएं जिससे बच्चों के शरीर में खून की कमी न होने पाए l
इस अवसर पर डीईआईसी मैनेजर अमित शाक्य,शिक्षा विभाग से ज़िला समन्वयक प्रशिक्षण गणेश शुक्ल, बाल विकास एवम पुष्टाहार विभाग से सुनीता उपाध्याय, विमलेश चौधरी, पुष्पा सेन, अर्चना देवी सहित अन्य लोग मौजूद रहे l