फर्रुखाबाद: मुहर्रम के दिन ताजिए के जुलूस निकालने पर रहेगा पूर्ण रूप से प्रतिबंध

फर्रुखाबाद: मोहर्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए रविवार को शहर कोतवाली फर्रुखाबाद में पीस कमेटी की बैठक आयोजित की गई। जिसमें क्षेत्र के कई प्रबुद्धजनों ने भाग लिया। क्षेत्रों में मोहर्रम में किसी प्रकार का विवाद न हो इसका आह्वान किया गया। वहीं क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी तरह का कानून उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।
नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य, सीओ सिटी नितेश कुमार व शहर कोतवाल वेद प्रकाश पाण्डेय की मौजूदगी में शांति कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया| जिसमे नगर मजिस्ट्रेट नें कहा कि मोहर्रम के दिन ताजियों के जुलूस पर भी प्रतिबंध रहेगा। करबला पर मेला भी नहीं लगेगा। कोरोना को ध्यान में रखते हुए शासन ने इस संबंध में फैसला लिया है।बैठक में कहा गया कि 19 अगस्त को इस बार मोहर्रम है। हर वर्ष मुस्लिम समुदाय की ओर से इस दिन ताजिया जुलूस निकाला जाता है।
पिछले साल कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए इसपर रोक लगा दी थी। इस बार भी कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए जुलूस पर रोक लगा दी गई है। ताजिए दारों से कहा कि वह धार्मिक कार्यक्रम जीवन भर कर सकते हैं, बशर्ते इसके लिए जीवन बचा रहना चाहिए। कोरोना महामारी ने जो प्रकोप बरपाया है। उसका अंजाम सभी के सामने है। कई घरों को जिंदगीभर न भूलने वाले जख्म देकर गया है। इसलिए भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से शासन ने ताजिया जुलूस पर प्रतिबंध लगाया है।
नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य ने लाल दरवाजे से घुमना तक सड़क के दोनों तरफ लगी दुकानों को देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त कर अतिक्रमण साफ करानें के संकेत दिये| व्यापारी नेताअरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, संजय गर्ग, ज्ञानी गुरुबचन सिंह, मुनव्वर खान, जमील खां, पप्पन मियां, गुड्डू जदी आदि लोग मौजूद रहे|
फर्रुखाबाद संवाददाता धर्मवीर सिंह