फर्रुखाबाद: तेंदुए के पकड़े जाने से खुशी का माहौल प्रशासन ने ली राहत की सांस ?

(द दस्तक 24 न्यूज़) 09 दिसम्बर 2024 कड़ी मशक्कत के बाद कानपुर से आयी वन विभाग की टीम ने प्रयास करके हिंसक तेंदुए को पकड़ लिया। जिससे इलाके में खुशी का माहौल प्राप्त हो गया। आखिरी समय तेंदुआ ग्राम पटपरागंज, मट्टा की मडैयां एवं बाबा नगला के बीच झाडी नुमा सूखे पेड़ के निकट ड्रोन कैमरे से देखा गया था। कानपुर टीम के टीम जेसीबी से ग्राम पटपरागंज की ओर से घटना स्थल पहुंची। उसी समय ड्रोन कैमरे से तेंदुए की लोकेशन टीम को बताई गई। टीम ने प्रयास करके तेंदुए के ट्रॅकुलाइजर गन के द्वारा दो नशीले इंजेक्शन लगाए।

करीब एक घंटे तक तेंदुए के बेहोश होने का इंतजार किया गया। बाद में जेसीबी से बेहोश तेंदुए को उठाकर पिंजरे में डाला गया। कर्मचारियों ने तेंदुए को तुरंत ही कपड़े से ढक दिया। वन विभाग की कार्रवाई को देखने के लिए अडोस पड़ोस के सैकड़ो लोग घटनास्थल की चारों ओर से घेराबंदी किए रहे। नजदीक जाने पर पुलिस ने ग्रामीणों को वहां से हटा दिया। जब ग्रामीणों को पता चला कि लेपर्ड पकड़ा गया है तो सैकड़ो लोग घटनास्थल की ओर भागने लगे पुलिस ने काफी प्रयास करके भीड़ को वहां जाने से रोका। ग्रामीण लेपर्ड को देखकर उसका फोटो व वीडियो बनाने लगे थे।

ग्रामीणों ने बताया कि लापरवाही के कारण वन विभाग के कर्मचारी घायल हुए हैं। कर्मचारियों ने ड्रोन कैमरे से आलू के खेत में लेपर्ड की निगरानी कराई। कैमरे में लेपर्ड के ना देखने पर कर्मचारियों ने ग्रामीणों से कहा कि यहां कोई लेपर्ड नहीं है। जब वन विभाग के कर्मचारी आलू के खेत के कोने से गुजर रहे थे उसी समय लेपर्ड ने कर्मचारियों पर हमला बोल दिया। जिससे घायल कर्मचारी की जैकेट भी फट गई। इससे पूर्व ग्रामीणों ने सड़क के किनारे आबादी के निकट छिपे तेंदुओं को घेर लिया और उसे से मार डालने के लिए लाठी डंडों से जमकर पिटाई करने लगे।

काफी पिटाई होने से तेंदुआ लेट गया गया। लोगों ने समझा कि तेंदुआ मर गया है लेकिन वह थोड़ी देर बाद ही खड़े होकर लोगों पर हमला कर दिया। इसी दौरान ग्रामीण ने तेंदुए को गोली मारने का प्रयास किया तो कर्मचारियों ने उसे गोली चलाने से रोक दिया। मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ सिटी, थानाध्यक्ष बलराज भाटी, जसमई चौकी इंचार्ज नर सिंह एवं वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। अभियान खत्म होने के बाद डीएफओ प्रत्यूष कटियार ने बताया की चार घंटे प्रयास करने के बाद लेपर्ड को पकड़ लिया गया है। तेंदुए को ट्रॅकुलाइजर गन से बेहोश किया गया। उन्होंने बताया कि लेपर्ड के हमले से दो वन दरोगा व दो वनरक्षक घायल हुए हैं। जिनका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया लेपर्ड ने अपने बचाव में अटैक किए हैं यदि जांच में पता चला कि लेपर्ड इंसानों पर हमला करता है तो उसे जुहू में रखा जाएगा नहीं तो उसे जंगल में छोड़ा जाएगा। घटनास्थल पर आवश्यक निर्देश देने के बाद डीएम व एसपी ने लोहिया अस्पताल में भर्ती घायलों के हाल-चाल लिए और उनके बेहतर ढंग से इलाज करने का निर्देश दिया।

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