फर्रुखाबाद टाइम सेंटर के दिन अब नजदीक आ गये है। क्योंकि नगर पालिका ने टाइम सेंटर को नोटिस जारी किया है|आखिर टाइम सेंंटर का टाइम आ ही गया। सिटी मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने टाइम सेंटर मालिक कृष्ण दत्ता गुप्ता को 16 /06/2022 तक अतिक्रमण हटा लेने का नोटिस दिया है। 16 जून 22 को अर्थात दो दिन बाद शाम पाँच बजे के बाद स्वयं न तोडऩे पर टाइम सेंटर को बाबा का बुलडोजर टाइम सेंटर पर गरजेगा । इसके बाद चौक पर जाम की समस्या से लोगों को परमानेंट निजात मिल जाएगी।दो दिन में यदि टाइम सेंटर के मालिक खुद नहीं हटाते तो प्रशासन का बुल्डोजर काम तमाम कर देगा। जब भी अतिक्रमण हटाओ अभियान चला, टाइम सेंटर पर जाकर प्रशासन को वैक होना पड़ा, लेकिन इस बार प्रशासन के कड़े रुख व अटल फैसला लेनी वाली नगर मजिस्टे्रट दीपाली भार्गव चौक पर रुकेगी नहीं, टाइम सेंटर को नियमानुसार हटाते हुए आगे बढऩे की तिथि घोषित कर दी है। मांग करने वाले व्यापारियों में टाइम सेंटर के हटाये जाने की खुशी है तो, वहीं सफेद कुर्ता पैजामा पहनकर व्यापारियों के नाम पर राजनीति चमकाने वाले लोग भयभीत है।
नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव, नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी रविन्द्र कुमार ने टाइम सेंटर के मालिक कृष्ण दत्त गुप्ता को मंगलावर देर शाम नोटिस तामिल करवा दिया। उच्च न्यायालय इलाहाबाद से रिट याचिका योजित की गयी थी, जो की चौक स्थित टाइम सेंटर की दुकान के सड़क पर अवैध निर्माण से सम्बन्धित है। जिसमें उच्च न्यायालय द्वारा पारित स्थगन आदेश 31 अगस्त 2021 तक ही प्रभावी था तथा वर्तमान में स्थगनादेश प्रभावी नही है। ईओ ने कहा है वर्तमान में चौक पर अतिक्रमण हटाकर चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। जिसके चलते टाइम सेंटर भी जनहित में हटाया जाना अति आवश्यक है। फर्रुखाबाद नगर की तेजतर्रार नगर मजिस्टे्रट दीपाली भार्गव ने द दस्तक 24 न्यूज़ को बताया कि भवन स्वामी को नोटिस 2014 में ही तामिल करवा दिया गया था। टाइम सेंटर बिल्डिंग के मालिक कृष्ण दत्त गुप्ता को 16 जून 22 शाम 5 बजे तक का समय दिया गया है। अवैध अतिक्रमण यदि समय रहते नहीं हटाते है तो बाबा के बुलडोजर के द्वारा अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्यवाही की जायेगी और जो भी ध्वस्तीकरण किये जाने पर होने वाले व्ययभार की वसूली भवन स्वामी से की जायेगी।
टाइम सेंटर को हटाने को नोटिस की भनक जैसी ही व्यापारियों को लगी तो जिन व्यापारियों के प्रतिष्ठानों का अवैध हिस्सा नगर पालिका की जेसीबी द्वारा ध्वस्त करने जाने का दुख से ज्यादा उन्हे इस बात की खुशी है कि अब प्रशासन सभी के साथ एक जैसा व्यवहार कर रहा है और जो अभी तक तरह-तरह की व्यापारियों में चर्चाये चल रही थी। उन पर भी विराम लग जाएगा टाइम सेंटर के हटते ही यह कह सकते है कि प्रशासन की कार्यवाही निश्पक्ष है। कोई भेदभाव नहीं।