फर्रुखाबाद, 18 जुलाई 2022 समाज में हर कोई चाहता है कि उनके बच्चे को बेहतर से बेहतर सुविधाएं मिलें , घर परिवार में सभी खुश रहें लेकिन यह तभी सम्भव है जब हम अपने मनपसंद के परिवार नियोजन के साधन चुनें और परिवार को अपने तरीके से नियोजित करें | इसके लिए बहुत जरुरी है कि शादी के दो साल बाद ही बच्चे की योजना बनायें और इसके लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाएं | इसके अलावा दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर रखने में भी परिवार नियोजन के अस्थायी साधन बहुत ही कारगर व सुरक्षित हैं | यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार का l
सीएमओ ने कहा कि इस समय सेवा प्रदायगी पखवाड़ा चल रहा है , जो 24 जुलाई तक चलेगा | इसी क्रम में सोमवार को सीएचसी कायमगंज में शिविर लगाकर महिला नसबंदी की गई l सीएमओ ने जनसमुदाय से अपील की कि वह सभी लोग परिवार नियोजन के साधन चुनें जिनको बच्चे नहीं चाहिए l
परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने कहा कि
हम सभी का भी फर्ज बनता है कि सभी ज़िम्मेदारी महिलाओं को न सौंप कर खुद भी उसको निभाने के लिए आगे आएं और अपने परिवार के प्रति दायित्व को समझें l
आज आयोजित नसबंदी शिविर में 9 महिलाओं ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की |
पुरूष नसबंदी विशेषज्ञ डॉ आरिफ़ सिद्दीकी ने बताया कि महिला नसबंदी की तुलना में पुरुष नसबंदी सरल है क्योंकि यह बिना चीरा टांका के की जाती है l इसको कराने के बाद किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है, आप निश्चिंत होकर अपनी शादी शुदा जिंदगी गुजार सकते हैं l
परिवार नियोजन कार्यक्रम के जनपद सलाहकार विनोद कुमार ने बताया कि जिले में सेवा प्रदायगी पखवाड़े के दौरान 21जुलाई को कमालगंज,22 जुलाई को मोहमदाबाद, 25 जुलाई को शमसाबाद, 26 जुलाई को बरौन, 27 जुलाई को नवाबगंज और 28 जुलाई को सीएचसी राजेपुर में महिला नसबंदी शिविर का आयोजन किया जाएगा l इसके साथ ही कहा कि इसके अलावा भी सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिदिन परिवार नियोजन के साधन वितरित किए जा रहे हैं और डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला में प्रतिदिन महिला नसबंदी की जा रही है l
सिविल अस्पताल लिंजीगंज में 21 जुलाई को पुरूष नसबंदी शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें इच्छुक पुरूष अपनी नसबंदी करा कर परिवार नियोजन की सेवा का लाभ उठा सकते हैं l
विनोद कुमार ने बताया कि 1 अप्रैल 2022 से 20 जून 2022 तक जनपद में लगभग 107 महिलाओं ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की है | एक पुरुष नसबंदी, 2648 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी, 1645 महिलाओं ने आईयूसीडी, 1382 महिलाओं ने त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा और लगभग 4885 महिलाओं ने साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया को अपनाया है |
विनोद ने बताया कि सीएचसी पर फाउंडेशन ऑफ रिप्रोडक्टिव हेल्थ सर्विसेज ऑफ़ इंडिया संस्था के द्वारा महिला नसबंदी शिविर लगाया गया । इन शिविरों का आयोजन डॉ आशा अरोड़ा, स्टाफ नर्स नीरज, काउंसलर निशा मिश्रा और अश्वनी दुवे की देखरेख में किया गया |
मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत आने वाले जिलों में नसबंदी अपनाने वाले पुरुषों को प्रोत्साहन राशि के रुप में 3,000 रुपये और महिलाओं को 2,000 रूपये की राशि दी जाती है। साथ ही नसबंदी के लिए दंपति को अस्पताल लाने वाली आशा को पुरुष नसबंदी पर 400 रुपये और महिला नसबंदी पर 300 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। पीपीआईयूसीडी लगवाने वाली महिला को 300 रूपए और सेवा प्रदाता को 150 रूपए की धनराशि दी जाती है | अंतरा इंजेक्शन अपनाने वाली महिलाओं को 100 रुपये की राशि दी जाती है।
इस दौरान वहीं सीएचसी कायमगंज में तैनात परिवार नियोजन सलाहकार शीनू सहित आशा कार्यकर्ता और लाभार्थी मौजूद रहे l