फर्रुखाबाद:जय श्री राम, जय श्री राम के नारों से गुंजायमान रहा जिला कारागार, सुंदरकांड का पाठ व हवन कर अधीक्षक ने मुलाकातियों के लिए आयोजित किया भंडारा

फर्रुखाबाद,अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण सभी बंदियों को टीवी के माध्यम से तथा मुलाकात स्थल पर प्रोजेक्टर के माध्यम बंदियों मुलाकातियों एवम अधिकारियों कर्मचारियों ने एक साथ श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा लाइव प्रसारण देखा । इस समय सम्पूर्ण कारागार का माहौल पूर्ण रूप से राममय नजर आया ।सुबह से जेल परिसर में बंदियों द्वारा सुंदरकांड का पाठ विगत एक सप्ताह से किया जा रहा था आज भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वैदिक रीति रिवाज के अनुसार हवन किया गया । हवन में पूर्ण आहुति भीमसेन मुकुंद जेल अधीक्षक ने भगवान श्री राम को समर्पित की । हवन में जेलर अखिलेश कुमार , डिप्टी जेलर अवनीश सिंह , सरोज देवी, मुकेश गौड़, श्री यादवेंद्र मोहन फार्मासिस्ट, रामकुमार प्रशिक्षक , जेल बार्डर राजेंद्र बाबू गौरव तोमर, सुधांशु मिश्र इत्यादि सम्मलित रहे । राम धुन पर बंदियों में जमकर अपनी खुशी की भावनाओ को नृत्य कर व्यक्त किया
जेल में निरुद्ध बंदियों से मुलाकात करने आए परिजनों के हाथ पर लगाई जा रही जय श्री राम नामके नाम की मोहर लगाई गई । इस संदर्भ में पूछने पर जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद ने बताया कि मोहर जनमानस में भगवान श्री राम के आदर सम्मान भक्ति भावना जागृत करने के उद्देश्य से लगाई गई है । इसी प्रकार की मोहर होली पर हैप्पी होली, दीपावली पर शुभ दीपावली , शिवरात्रि पर हर हर महादेव की मोहर लगाई जाती है । अचानक से मोहर बदल कर ऐसे अवसर पर मुलाकात पर सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की जाती है ।

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को जेल में बंदियों को प्रोजेक्टर व एलईडी के माध्यम से लाइव प्रसारण दिखाया गया

प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण देख रहे बंदियों ने हाथ में भगवा धर्म ध्वजा लेकर जमकर लगाए जय श्री राम के नारे

जय श्री राम, जय श्री राम के नारों से गुंजायमान रहा जिला जेल फतेहगढ़ का परिसर दोपहर में जिला जेल अधीक्षक भीम सेन मुकुंद ने मुलाकातियों के लिए आयोजित किया भंडारा
मुलाकातियों को रामनामी पटका पहनाकर खुद अपने हाथों मुलाकातियों वितरण किया प्रसाद
जेल अधीक्षक ने बताया की रात में 5100 दीपकों से जगमगाएगी जिला जेल फतेहगढ़।
जेल में बनी हुई एलईडी लाइट व झालरों से पहले से जेल की सजावट की जा चुकी है।