फर्रुखाबाद,(द दस्तक 24 न्यूज़) 10अक्टूबर 2024 बी०के० सिंह जिला कृषि अधिकारी द्वारा अवगत कराया है कि 2 दिवस में जनपद को इफको एवं चम्बल फर्टि० कम्पनी की डीएपी, एनपीके की 44000 बोरी मिल रही हैं, इसके अतिरिक्त सभी सहकारी समितियों पर पीसीएफ वफर गोदाम में रिजर्व एनपीके 34000 बोरी को प्राथमिकता पर समितियों पर भेजने के आदेश जिलाधिकारी डा० वी० के० सिंह द्वारा दिया गया है। जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में समितियों पर रिजर्व एनपीके लगातार भेजी जा रही है, जैसे सहकारी समिति खुदागंज 500 बोरी, रजीपुर 800 बोरी, जैनापुर 400 बोरी, महलई 500 बोरी, नींबकरोरी 500 बोरी, नगला नान 500 बोरी, पखना 250 बोरी, मेरापुर 250 बोरी, पिपरगॉव 250 बोरी, भटासा 250 बोरी, पी०सी०एफ० मंझना 500 बोरी एवं अमृतपुर 500 बोरी, बरौन 400 बोरी, कम्पिल 300 बोरी, पुठरी 600 बोरी, पपडीखुर्द 400 बोरी, कायमगंज उत्तरी 400 बोरी भेजी जा चुकी है शेष सभी समितियों पर लगातार एनपीके भेजी जा रही है। जनपद में माह अक्टूबर के फारफेटिक उर्वरकों डीएपी एवं एनपीके को लक्ष्य 22348 मै०टन के सापेक्ष 24484 मै० टन 109 प्रतिशत उपलब्ध है, एवं कोरोमण्डल कम्पनी की डीएपी भी इसी सप्ताह प्राप्त होगी जो निजी क्षेत्र को जायेगी। जिला कृषि अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया है कि किसान भाई नैनो डीएपी का मूल्य 600 रू० प्रति 500 मि०ग्रा० का प्रयोग एक एकड आलू की फसल में प्रयोग करें। यह 4-6 बोरी दानेदार डीएपी के स्थान पर पर्याप्त रहेगी। इसके प्रयोग से 85-90 प्रतिशत तत्व पौधा लेता है एवं कर्म खर्च से समुचित आलू उत्पादन होगा। यह सभी समितियों, एग्री जंक्शन, निजी दुकानों पर भी उपलब्ध है। जनपद में माह अक्टूबर में सरकार द्वारा डीएपी 9400 मै०टन (188000 बोरी), एन०पी० के० 8620 मै०टन (172400 बोरी) उर्वरक आयेगा। किसान भाई संतुलित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करें एवं आवश्यकता से अधिक उर्वरक के भण्डारण से बचें उर्वरकों की आवश्यकता की समुचित पूर्ति सभी जगह करायी जायेगी। जिलाधिकारी महोदय द्वारा भी किसान भाइयों की मॉग के अनुरूप उर्वरक उपलब्ध कराये जाने हेतु 02 रैक डीएपी एवं 02 रैक एनपीके की आपूर्ति जनपद को किये जाने हेतु कृषि निदेशक, उ०प्र० लखनऊ को पत्र भी भेजा है। उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। वर्तमान में जनपद के सहकारी एवं निजी क्षेत्र के बिकी केन्द्रों पर जनपद के किसान भाइयों को सूचित करना है कि जनपद में माह अक्टूबर में उपरोक्तानुसार उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए सहकारी, निजी क्षेत्र के बिकी केन्द्रों से वितरण कराया जा रहा है। उर्वरकों की लगातार रेलवे रैकों एवं सडक मार्ग से आपूर्ति की जा रही है। जनपद में किसी प्रकार की उर्वरक की कोई कमी नहीं है। किसान भाइयों की मॉग के अनुसार पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है, तथा आगामी समय में उर्वरकों की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। किसान भाइयों को उनकी आवश्यकतानुसार उर्वरक उपलब्ध होती रहेगी। कृषकों को सुगमता से निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराये जाने हेतु जनपद में नियमित छापेमार कार्यवाही की जा रही है। यदि कोई विकेता उर्वरकों की अधिक मूल्य पर बिकी कालाबाजारी आदि करता पाया जायेगा तो उसके विरुद्ध उर्वरक नियन्त्रण आदेश 1985 के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही अमल लायी जायेगी।