फर्रुखाबाद: जेल में कटे–फटे पुराने कंबलों व जूट की बोरियों से निर्मित गौशालाओं में रह रहे निराश्रित गौवंशों को सर्दी से बचाव हेतु उपलब्ध कराए गए।

(द दस्तक 24 न्यूज़) , 09 दिसम्बर 2024 डॉ वीके सिंह जिलाधिकारी के आदेश पर जेल में कटे–फटे पुराने कंबलों एवं जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई जूट की बोरियों से निर्मित 1000 एक हजार काऊ कोट जनपद की विभिन्न गौशालाओं में रह रहे निराश्रित गौवंशों को सर्दी से बचाव हेतु डॉ नीरज गौतम मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, डॉ मनोज शर्मा उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं डॉ भूपेंद्र उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को उपलब्ध कराए गए। इस संदर्भ में जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर जेल में बंदियों द्वारा युद्ध स्तर पर गौवंशों को सर्दी से बचाने के लिए श्रम करके काऊ कोट बनाए जा रहे। काऊ कोट को बनाने में जूट बोरी के अतिरिक्त अन्य सभी व्यय जिला प्रशासन द्वारा वहन किया जा रहे है । डॉ नीरज गौतम मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि निराश्रित गौवंशों के लिए इतनी अच्छी व्यवस्था जेल और जिला प्रशासन के सहयोग से केवल जनपद फर्रुखाबाद में ही की गई है अन्य किसी जनपद में ऐसी व्यवस्था अभी तक नहीं हुई है । आज एक कार्यक्रम में जेल से 1000 एक हजार काऊ कोट की पहली खेप को जिला पशुधन विभाग की गाड़ियों के माध्यम से विभिन्न गौ शालाओं में भेजा गया गया । जेल से आज काऊ कोट लदी गाड़ियों के काफिले को भीमसैन मुकुंद जेल अधीक्षक और डॉ नीरज गौतम मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर जनपद की गौशालाओं को रवाना किया। इस अवसर पर सीवीओ ने जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद के ऐसे पुण्य कार्य की प्रशंसा की गई । बताते कि जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद के इस कार्य की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी मन की बात कार्यक्रम में कर चुके है तब से लगातार जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद इस कार्य में अनवरत रूप से लगे हुए है। जल्दी और अधिक मात्रा में काऊ कोट का निर्माण कर गौशालाओं में भिजवाया जाएगा। जिससे निराश्रित गौवंशों को सर्दी से बचाया जाएगा।

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