फर्रुखाबाद, 20 अप्रैल 2023 राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत गुरूवार को केंद्रीय कारागार और राजकीय किशोर संप्रेक्षण गृह जखा में मानसिक स्वास्थ्य और तंबाकू सेवन से होने वाले शारीरिक और मानसिक नुकसान के बारे में किशोरों और बंदियों को जानकारी व परामर्श दिया गया l
मनोवैज्ञानिक सामाजिक कार्यकर्ता दीप्ति यादव ने कहा कि मानसिक रोग कई तरह की मानसिक समस्याओं के कारण हो सकते हैं। इसकी वजह से इंसान की मनोदशा, व्यवहार और सोच पर नकारात्मक असर पड़ता है। डिप्रेशन, चिंता और स्ट्रेस जैसी समस्याएं मानसिक बीमारी कहलाती हैं। उन्होंने कहा कि मानसिक बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को इलाज के साथ-साथ अपनों के सहयोग की भी जरूरत होती है।
उन्होंने बताया कि नींद न आना, तनाव, घबराहट, जीवन के प्रति निराशा, डर लगना, व्यवहार में बदलाव आना , नशे का आदी हो जाना, बेहोशी आना, सिर में भारीपन, किसी काम में मन न लगना आदि मानसिक रोग के लक्षण हैं । इस तरह के लक्षण प्रतीत होने पर मनोचिकित्सक को दिखाएं l
इस दौरान तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ से साइकोलॉजिस्ट अमित सिसौदिया ने तंबाकू सेवन से होने वाले शारीरिक और मानसिक नुकसान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि तम्बाकू का सेवन आपको शारिरिक रूप से अस्वस्थ बनाता ही है साथ ही इसके सेवन से मानसिक तनाव भी बढ़ता है l इसलिए तम्बाकू सेवन से बचें l अधिकतर लोग तंबाकू का सेवन गुटखा, या धूम्रपान के रूप में करते हैं तो क्षय रोग के भी शिकार हो सकते हैं साथ ही कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी हो सकती है l
इस दौरान सम्प्रेक्षण गृह के एक किशोर ने बताया कि वह नीट की परीक्षा की तैयारी कर रहा है इस दौरान मुझे यह चिंता लगी रहती है कि मैं इस परीक्षा की तैयारी किस तरह से करूं l
सवाल के जवाब में दीप्ति ने कहा कि आप नित्य व्यायाम करें और मन को शांत रखकर तैयारी करें l
इसका जवाब क्या दिया गया वो भी जोड़िए ?
केंद्रीय कारागार में निरुद्ध 50 वर्षीय बंदी ने बताया कि मुझे काफी समय से नींद नहीं आ रही है और रात में उठ कर बैठ जाता हूं इसके लिए मुझे व्यायाम करने की सलाह और संतुलित भोजन की बारे में जानकारी दी गई l
इस दौरान केन्द्रीय कारागार अधीक्षक पी एन पांडे, डा नीरज, प्रभारी अधीक्षक राजकुमार, विजय सिंह, शिवशंकर सहित अन्य लोग मौजूद रहे l