फर्रुखाबाद,18 मार्च 2023 शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में शपथ ग्रहण के साथ ही हस्ताक्षर अभियान और गोष्ठी कर धूम्रपान से होने वाली हानियों के बारे में जानकारी देकर धूम्रपान निषेध दिवस मनाया गया | मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने कहा कि विश्व में लाखों लोग हर वर्ष तम्बाकू सेवन से अपनी जान गँवाते हैं | जो क्षय रोग, कैंसर, एड्स एवं मलेरिया से होने वाली मौतों से अधिक है। इसलिए इस भीषण त्रासदी को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाना होगा | सीएमओ ने कहा कि धूम्रपान करने से क्षय रोग होने की संभावना अधिक होती है ,इसको रोकने के लिए हमें तंबाकू सेवन से बचना होगा l
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि वैश्विक युवा तंबाकू सर्वेक्षण (GYTS-4) के अनुसार प्रतिदिन 2200 से अधिक भारतीय तम्बाकू सेवन के कारण मरते हैं तथा भारत में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 तम्बाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं । लगभग 95 प्रतिशत मुख का कैंसर तम्बाकू सेवन करने वालों को होता है। उ0प्र0 राज्य तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम मे सबका सहयोग एवं जागरूकता अति आवश्यक है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने बताया कि अधिकतर लोगों में फेफड़ों की टीबी पाई जाती है जो धूम्रपान करने की वजह से होती है इसलिए धूम्रपान और तंबाकू के सेवन को रोक दिया जाए तो टीबी रोग पर नियन्त्रण किया जा सकता है l डीटीओ ने बताया कि जिले में इस समय 2108 लोग क्षय रोग से पीड़ित हैं जिसमें से लगभग 35 प्रतिशत यानि 737 लोगों में क्षय रोग की मुख्य वजह धूम्रपान और किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन है l
तम्बाकू निंयत्रण कार्यक्रम के जनपद सलाहकार सूरज दुबे ने जानकारी दी कि धूम्रपान हमारे शरीर के लिए इतना घातक है कि हम अपने जीवन से भी हाथ धो बैठते हैं | धूम्रपान छोड़ने के 20 मिनट बाद रक्तचाप व हृदयगति सामान्य हो जाती है, 24 घण्टे बाद शरीर से जहरीली गैस निकल जाती है, 72 घण्टे बाद साँस लेना आसान हो जाता है, और 2 से 4 सप्ताह बाद रक्त संचार में सुधार आ जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों के निकट कम आयु के बच्चों को तंबाकू उत्पादन बेचने वालों तथा सार्वजनिक जगहों पर इसका सेवन करने वालों के विरुद्ध पुलिस अधिकारियों को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। तंबाकू के प्रयोग पर लगाम लगाना चाहिये |
मोहल्ला खड़ियाई के रहने वाले 67 वर्षीय काल्पनिक नाम रमेश ने बताया कि मुझे लगभग 3 वर्ष पहले क्षय रोग हो गया था जांच कराने पर पता चला कि यह सब धूम्रपान के कारण हुआ मेरा सात माह इलाज चला इस दौरान मैं बहुत कमजोर हो गया था और भूख भी नहीं लगती थी लगता था कि अब मैं जीवित नहीं रह पाऊंगा लेकिन मैंने सिविल अस्पताल लिंजीगंज से मिलने वाली टीबी रोग की दवा का नियमित सेवन किया तब जाकर मैं स्वस्थ हो पाया l
इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ यू सी वर्मा, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक कटारिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे l