फर्रुखाबाद: दिखाई सूझ-बूझ और समझदारी, कुछ न कर सकी कोरोना बीमारी कोरोना को मात दे ड्यूटी पर लौटे शहरी स्वास्थ्य समन्वयक राजीव पाठक :परिजनों व करीबियों ने फोन पर बात कर बढ़ाया मनोबल कोरोना पाजिटिव आने पर गलत पता न दें-डॉ ऋषिनाथ


जिले में शहरी स्वास्थ्य समन्वयक के पद पर तैनात राजीव पाठक इसी साल पाँच जनवरी को कोरोना पाजिटिव हो गये थे | खुद के साथ परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और बीमारी को मात देने के लिए घर में बने अलग कमरे में होम आइसोलेट हो गए | ऐसे में प्रबल मनोबल, सूझ-बूझ और चिकित्सीय पर्यवेक्षण में रहकर आखिकार राजीव ने कोरोना को मात दी और एक बार फिर पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी पर लौट आये हैं |
राजीव बताते हैं कि वह 27 दिसम्बर को लखनऊ दो दिवसीय प्रशिक्षण के लिए गये थे जहाँ पर दो दिन रुकने के बाद 30 दिसम्बर को घर लौट आये | इसके बाद चार जनवरी को रात में बुखार आया और खांसी भी आने लगी, तो पाँच जनवरी को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोलेपुर में कोविड की जाँच कराई जो पाजिटिव आई| यह सुनकर मानों मेरे पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई क्योंकि इस बीमारी का नाम ही बुरा है |
राजीव कहते हैं कि इस बारे में पता चलते ही मैं अपने घर पर होम आइसोलेट हो गया और अपना विभागीय कार्य भी घर से करने लगा ताकि मुझे कोरोना के बारे में कम सोचना पड़े | बेटे शिखर और पत्नी से दूरी बना ली और उनकी भी जाँच कराई तो उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई |
राजीव कहते हैं कि इस दौरान मैंने सभी नियमों का ध्यान रखा, साथ ही योग का सहारा लिया और डॉ ऋषिनाथ से बराबर परामर्श लेता रहा कि कब कौन से दवा लेनी है | इस दौरान किसी से मिला नहीं लेकिन सबके फोन आते रहे, जिससे मेरा मनोबल बढ़ा रहा | मैंने अपनी दोबारा जाँच 10 जनवरी को कराई जो निगेटिव आई और मैंने कोरोना बीमारी को मात दे दी | अब मैं अपने विभागीय कार्य को बखूबी निभा रहा हूँ |
सिविल अस्पताल लिंजीगंज में तैनात मेडिकल आफ़ीसर और कोविड सैम्पलिंग के नोडल अधिकारी डॉ ऋषि नाथ गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिये लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम काम कर रही है और इससे बचाव के लिये प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है | इसके बावजूद लोग अब भी कोविड-19 से बचाव के लिये जरूरी नियमो का पालन नहीं कर रहे हैं | बाजार में लोग भीड़ लगाकर खड़े रहते हैं | इस पर चिंता जताते हुए डॉ ऋषि नाथ कहते हैं कि लोगों को खुद कोविड-19 से बचाव के लिये जागरुक होना होगा |
डॉ ऋषि नाथ गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है, लापरवाही ठीक नहीं है हमें पता ही नहीं होता है कि अगला व्यक्ति स्वस्थ है या कोरोना पाजीटिव | इससे बचने के लिये मुंह पर मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोते रहें और शारीरिक दूरी का पालन करें | भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें और बिना मास्क के बाहर न निकलें |
डॉ ऋषिनाथ कहते हैं- लोग अपनी जाँच करा लेते हैं और अपना गलत पता लिखा देते हैं | पाजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर जाती है, तो पता गलत होने और मोबाईल बंद होने पर नहीं मिल पाते यह गलत है| यह खुद और समाज के लिए घातक सिद्ध हो सकता है | सभी से अपील है कि अपना पता गलत न दें, स्वास्थ्य टीम आने पर उनका सहयोग करें हम सभी आपके शुभचिंतक हैं |