फर्रुखाबाद: ओम शांति अंतर्राष्ट्रीय संस्था प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ओमनिवास जटवारा जदीद सेंटर पर मनाया 87 वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती को शिव अवतरण सन्देश शोभायात्रा से लोगों को किया जागरूक ब्रम्हाकुमारी बहनों और भाइयों ने अपने हाथों में सिर्फ 2 जिले के चलते हुए शिव बाबा के नारे लगाते हुए गीतों के साथ कलश यात्रा निकालकर सभी को परमात्मा से जोड़ने का सहज उपाय बताया केंद्र संचालिका बीके शोभा दीदी ने कहा कि हम अपने अंदर छिपे हुए अज्ञानता और मनो विकारों का दुर्गुणों को शिव पर हृदय से अपने जीवन की गंदगी को सिर पर अर्पण कर उनसे सुख शांति पवित्रता की धरोहर को अपने जीवन में अमूल्य रतन समाज स्वीकार करें तभी जीवन में सच्ची सुख शांति प्राप्त हो सकती है अज्ञानता और दुर्गुणों से मुक्त होना ही सच्ची शिवरात्रि मनाना है उन्होंने यह भी बताया कि भोलेनाथ को आए हुए इस धरती पर 87 वर्ष हो चुके हैं आप उनको पहचानो और अपना खोया हुआ भाग्य प्राप्त कर लो शोभायात्रा में शिव भोलेनाथ की सुंदर सजी हुई झांकी और सर्व आत्माओं के पिता सबका मालिक एक निराकार शिव परमात्मा यह स्वरूपों के माध्यम से दर्शाया गया यात्रा में भारत माता भी यात्रा का आनंद लेते रही शोभा यात्रा का शुभारंभ श्रीमती अनीता द्विवेदी जी ने हरी झंडी दिखाकर पूजा आरती कर शुभारंभ कराया यात्रा के दौरान जगह-जगह पर शिव भोलेनाथ का स्वागत फल फूलों से किया गया यात्रा के पश्चात सेवाकेंद्र पर पधारे मुख्य अतिथि के रूप में एस. डी . एम. नरेन्द्र सिंह जी ने अपने हस्त कमलों से शिवबाबा का जन्मदिन मनाते हुए केक काटकर ध्वजारोहण शिव जी का सम्मान किया खूब जमकर डांस के साथ गुब्बारों के साथ कैंडल लाइट के साथ परमात्मा शिव भोलेनाथ के जयकारे लगाते हुए शिव बाबा का स्वागत सम्मान किया गया मुख्य अतिथि के रुप में पधारे एस. डी. एम. नरेंद्र सिंह जी ने शिव परमतत्व की अवधारना की व्याख्या की और शांति के बारे में समस्त बाहनो को समझाया शिव की शख्सियत जीवन के पूरी तरह विरोधाभासी या विरोधी पहलुओं से बनी है। अस्तित्व के सभी गुणों का एक जटिल संगम एक ही इंसान के अंदर डाल दिया गया है क्योंकि अगर आप इस एक प्राणी को स्वीकार कर सकते हैं, तो समझ लीजिए आप पूरे जीवन से गुजर चुके हैं। जीवन के साथ हमारा सारा संघर्ष यही है कि हम हमेशा यह चुनने की कोशिश करते हैं कि क्या सुंदर है और क्या नहीं, क्या अच्छा है और क्या बुरा। लेकिन अगर आप इस एक शख्स, जो जीवन की हर चीज का एक जटिल संगम है, को स्वीकार कर सकते हैं, तो आपको किसी चीज से कोई समस्या नहीं होगी।अपने वक्तव्य में कहा के ब्रम्हाकुमारी बहनों ने जमकर सराहना करते हुए कहा कि यह बहने जो कार्य कर रही हैं यह बहुत ही त्यागमूर्ति सराहनीय है लोगों को बुराइयों से दूर कर उन्हें अच्छे कर्म सिखलाने का कार्य कर रही है मानव में मानवता भर लोगों में अच्छे सुविचार भरना अच्छे मार्ग पर ले जाना यह बहुत ही कठिन कार्य है लेकिन यह बहने मेहनत कर रही है उन्होंने शिव भोलेनाथ पर माला अर्पण कर जन्मदिन मनाया! विशिष्ट अतिथि के रुप में पधारे ज्ञानी गुरु वचन सिंह एवं सूफ़ी संत पप्पन मिया एवं समाजसेवी संजय गर्ग एवं भारती जी ने कहा कि हम किसी से डरे नहीं डरे तो अपने बुरे आचरण से और अपने हृदय की गंदगी से और परमात्मा के प्रति होने वाले अविश्वास से उन्होंने कहा मैं ब्रह्माकुमारी संस्था से बहुत प्रेम है इसलिए मैं दीदी के एक बुलावे पर ही चली आती हूं ब्रह्मकुमारी पूनम ने कहा कि शिवरात्रि हमारे लिए ही रे तुले हैं इस समय हम सब आत्माएं परमपिता शिव परमात्मा भोलेनाथ के ज्ञान और योग द्वारा अपने अंदर दुख देने वाले काम क्रोध लोभ मोह अहंकार वैर विरोध से मुक्त हो जाते हैं जिससे मेरा जीवन दैवी गुणों से मर्यादा पुरुषोत्तम हीरे तुल्य बन जाता है ब्रम्हाकुमारी गीता बहन ने कहा कि दो चीजें हमारा परिचय देती हैं हमारा धैर्य और हमारा व्यवहार ब्रम्हाकुमारी एकता बहन नें सुंदर गीत शिव बाबा से जिसका संबंध है,उसे हरदम आनंद ही आनंद है, प्रस्तुत कर सभी का बैज पटका पहना कर सम्मान किया! इस मौके पर संजय कर कन्हैया लाल जैन ज्ञान राधेश्याम बाजपेई महेशपाल सोमवंशी भारती मिश्रा अतुल रस्तोगी वीरेंद्र मिश्रा नैमिष टंडन सुरेंद्र पांडे जी नकाश चौकी इंचार्ज दरोगा साहब तथा ब्रह्मा कुमार बी के भाई बहनों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया लास्ट में बिके शोभा बहन ने नारों के साथ 2 लाइनें कहीं, ध्यान रखेंगे शिव तेरा तू शिव का ध्यान लगाए जा, बाकी सब शिव देखेंगे तो शिव शिव शिव शिव गाएगा शिव का ध्यान लगाए जा शोभा दीदी ने सभी को झंडे के नीचे कुछ संकल्प भी कराएं जो दैनिक दिनचर्या में सभी को अटेंशन रखना है, मीठा बोलेंगे मुस्कुराएंगे संतुष्ट रहेंगे संतुष्ट करेंगे संकल्प शक्ति की बचत करेंगे समय की बचत करेंगे अतींद्रिय सुख में रहेंगे
राजकमल सिंह की रिपोर्ट