फर्रुखाबाद:त्रैमासिक गर्भनिरोधक अंतरा की लाभार्थी रेशमा ( काल्पनिक नाम) बनी रोल मॉडल तेजी से बढ़ी अंतरा इंजेक्शन के लाभार्थियों की संख्या

फर्रुखाबाद ,19 फ़रवरी 2023 नवीन गर्भनिरोधक साधनों में महिलाओं की पहली पसंद बना त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा जहां बच्चों के जन्म में अंतर रखने में बेहद कारगर व सुरक्षित है वहीं गर्भाशय, अंडाशय व स्तन के कैंसर से भी रक्षा करता है। त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा अपनाने वाली लाभार्थी रेशमा (काल्पनिक नाम) महिलाओं के लिए रोल मॉडल बनी हुई हैं l रेशमा अब तक तीन माह के अंतर पर 16 डोज अंतरा इंजेक्शन के लगवा चुकी हैं l इस साधन के प्रयोग से इनको कोई परेशानी नहीं हुई है l
जनपद के शहर से सटे नगला गिहार निवासी रेशमा (काल्पनिक नाम) 40 वर्षीय बताती हैं कि मेरी जब शादी नरेश ( काल्पनिक नाम) से हुई तो मैं बहुत खुश थी लेकिन परिवार नियोजन की जानकारी के आभाव में और ससुराल में भी कोई इसके बारे बताने समझाने वाला नहीं था ऐसे में मेरे चार बच्चे हो गए l एएनएम दीदी टीका लगाने आती थी हम सभी को परिवार नियोजन के बारे में बहुत समझाया पर मेरे पति का कहना था बच्चे तो भगवान की देन होते हैं l फिर आशा दीदी रंजीता ने काफ़ी समझाने पर मेरे पति को समझ आया कि बच्चे जितने कम होंगे परिवार उतना ही अच्छे से चलेगा और बच्चों की जरूरत भी पूरी हो सकेगी l साथ ही परिवार नियोजन के साधनों के बारे में भी जानकारी दी l रेशमा बताती हैं कि जब मेरे चौथा बच्चा होने को था तभी मैंने अपने पति के साथ मिलकर सोच लिया था कि मुझे तीन माह बाला अंतरा इंजेक्शन ही लगवाना है जब मेरा बच्चा छह माह का हो गया उसके बाद से लगातार मैं अंतरा इंजेक्शन लगवा रही हूं अब तक लगभग 16 इंजेक्शन लगवा चुकी हूं सन 2018 से लगवाना शुरू किया था , मुझे कोई भी परेशानी नहीं हुई l रेशमा बताती हैं कि अब मेरा बच्चा पांच वर्ष का हो गया है अब मैने आशा रंजीता से नसबंदी के लिए बात की है और जल्द ही मैं अपनी नसबंदी करा लूंगी l
नगला गिहार की आशा रंजीता कहती हैं कि पहले लोग परिवार नियोजन के साधन अपनाने से डरते थे लेकिन अब अधिकतर लोग इसका प्रयोग कर रहे हैं मेरे क्षेत्र में लगभग 20 महिलाएं अंतरा लगवा रही हैं और न जाने कितने लोग अन्य साधनों का प्रयोग कर रहे हैं l रेशमा की तरह ही नगला गिहार की अजीता, नीलम, प्रियंकाऔर अन्य महिलाओं ने भी अंतरा इंजेक्शन को अपना लिया है और लगातार तीन माह के अन्तराल पर लगवा रही हैं l
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन के साधनों में अब लोगों का झुकाव परिवार नियोजन के साधनों के प्रति बढ़ रहा है l जिला परिवार नियोजन परामर्शदाता विनोद कुमार बताते हैं कि इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में जनवरी तक 7102 महिलाओं ने इसको अपनाया है जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 21 22 में 4387 महिलाओं ने तो वित्तीय वर्ष 20 21 में जनवरी 2285 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन को अपनाया था l
विनोद बताते हैं कि मिशन परिवार विकास में जिला होने के कारण अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर लगवाने वाली महिला को प्रत्येक डोज पर 100 रूपए सरकार द्वारा दिए जाते हैं l
अंतरा है बेहद कारगर व सुरक्षित
नगरीय स्वास्थ्य केंद्र रकाबगंज पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शोभा सक्सेना ने बताया कि अंतरा प्रत्येक तीन महीने पर इंजेक्शन द्वारा दिया जाता है, जो महिलाएं गर्भनिरोधक गोली नहीं खा सकतीं वह इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। इस इंजेक्शन से महिला को किसी प्रकार का नुकसान या दर्द अनुभव नहीं होगा और इसकी खास बात यह है कि बच्चा होने के बाद अगर महिला दोबारा जल्दी गर्भवती नहीं होना चाहती तो प्रसव के डेढ़ महीने बाद यह इंजेक्शन लगवा सकती हैं।