फर्रुखाबाद: 6 मई 2023 शहर के मोहल्ला खड़ियाई निवासी 50 वर्षीय काल्पनिक नाम अमर नाथ ने बताया कि मुझे खाने की नली में कैंसर हो गया था उसका आपरेशन दिल्ली में कराया मैं स्वस्थ हो गया लेकिन कुछ समय के बाद मेरे शरीर में रक्त की कमी हो गई तो डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में भर्ती होकर मैंने अपने रक्त चढ़वाया तब जाकर मैं स्वस्थ हुआ l मैं उस व्यक्ति का धन्यवाद देना चाहूंगा जिसकी वजह से आज मेरा जीवन बच सका l साथ ही लोगों से अपील करता हूं कि आप लोग भी रक्तदान शिविर में आकर रक्तदान करें जिससे जरुरत पड़ने पर किसी के जीवन को बचाया जा सके l
यह तो सिर्फ़ एक बानगी भर है ऐसे न जाने कितने लोगों का जीवन आपके द्वारा किए गए रक्तदान से बचाया गया है l
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार ने बताया कि रेड क्रास दिवस के अवसर पर डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में रक्तदान शिविर लगाया जायेगा l रक्तदान महादान होता है इस शिविर में आकर इक्षुक व्यक्ति रक्तदान कर सकतें हैं l
आपका रक्तदान न जानें किसका जीवन बचाने के काम आए कोई नहीं जानता है l
सीएमओ ने बताया कि जिले में ब्लड स्टोरेज यूनिट डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष में स्थित हैं जहां पर आपके द्वारा दिए गए रक्त को सुरक्षित रखा जाता है l जिससे समय आने पर वह किसी के काम आ सके l
रेड क्रॉस दिवस के नोडल अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने बताया कि रक्तदान की आवश्यकता आज के दौर में सबसे अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोगों द्वारा दान किए गए किए गए रक्त का उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढानें के लिए किया जाता है। कई बीमारियों में मरीजों को हमेशा रक्त की जरूरत पड़ती है। इसमें प्रसव के दौरान गर्भवती महिला के सुरक्षित प्रसव के लिए,थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया, हीमोफीलिया के मरीज शामिल है।
डॉ रंजन ने बताया कि 18 से 60 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति जो स्वस्थ्य हो रक्तदान कर सकता है। रक्तदान दान करने से फायदे हैं, नुकसान नही। हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान जरूर करना चाहिए। इससे शरीर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता, बल्कि शरीर स्वस्थ और निरोगी होता है।
डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय के सीएमएस डॉ राजकुमार गुप्ता ने कहा कि ‘‘आपका छोटा सा प्रयास दूसरों को जीवन जीने का दूसरा मौका दे सकता है।‘’बहुत से लोग यह प्रश्न पूछते हैं कि ‘‘मुझे रक्त क्यों देना चाहिए?‘‘ और उस प्रश्न का सबसे उपयुक्त उत्तर है… क्यों नहीं? एक घंटे के अंदर एक व्यक्ति एक यूनिट रक्त दे सकता है, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। रक्तदान एक नेक कार्य और निस्वार्थ सेवा कार्य है जो जीवन को बचाने में मदद करता है। रक्तदान के लिए आपको कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ता है, लेकिन इसका मतलब किसी जरूरतमंद को जीवन दे सकता है।
डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष में ब्लड यूनिट में तैनात अमित मिश्र ने बताया कि अभी लगभग 14 यूनिट ब्लड है l
रेड क्रॉस सोसायटी की अध्यक्ष और प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ रजनी सरीन ने कहा कि विश्व रेड क्रॉस दिवस का मुख्य उद्देश्य असहाय और घायल सैनिकों और नागरिकों की रक्षा करना है। खासकर कोरोना काल में विश्व रेड क्रॉस का महत्व और अधिक बढ़ गया था । इस महामारी को हराने के लिए रेड क्रॉस ने युद्धस्तर पर काम किया। और आज भी इस संस्था से जुड़े लोग कोरोना से बचाव हेतु दुनियाभर में जरूरतमंद लोगों की सेवा कर रहे हैं l
विश्व रेड क्रॉस दिवस हर साल 8 मई को रेड क्रॉस के संस्थापक हेनरी ड्यूनेंट के जन्मदिवस पर उनकी याद में मनाया जाता है। हेनरी ड्यूनेंट का जन्म 8 मई, 1828 को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में हुआ था। विश्व रेड क्रॉस दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य मानवीय ज़िंदगी को बचाना और सेहतमंद रखना है। इसे पहली बार साल 1948 में मनाया गया था। हालांकि, विश्व रेड क्रॉस दिवस को आधिकारिक स्वीकृति साल 1984 में मिली। उस समय से यह हर साल मनाया जाता है।
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