फर्रुखाबाद, 16 नवम्बर 2022 हम सभी को देश और जिले से टीबी (क्षय) रोग दूर करने के लिए आगे आना होगा, तभी देश आगे बढ़ सकता हैl हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि रोगियों की दवा और जांच नियमित रूप चलती रहे। यह कहना है राजेपुर ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख पल्लव सोमवंशी का। वह बुधवार को टीबी मरीजों के गोद लेने कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश रहेगी कि टीबी मरीजों को हर महीने मूंगफली, चना, गुड़, सत्तू, सोयाबीन समेत सभी न्यूट्रिशिनल सप्लीमेंट्स मिलता रहे।
ब्लॉक प्रमुख ने 6 टीबी रोग से ग्रसित लोगों को गोद लिया है। इस दौरान गोद लिए हुए रोगियों को उनके पोषण के लिए गुड़, चना, सत्तू, तिल, गजक, बोर्नवीटा फल आदि दिया गया।
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने कहा कि टीबी रोग लाइलाज नहीं है अगर समय रहते इसका पता चल जाए और इलाज शुरू हो जाए तो टीबी रोग को हराया जा सकता है l उन्होंने कहा कि क्षय रोगी भी हमारे आपके ही अपने हैं इनसे भेदभाव न करें l आप जितना इनका मनोबल बढ़ाएंगे यह बहुत जल्द ही स्वस्थ होंगे l साथ ही बताया कि भारत सरकार ने सन 2025 तक भारत को टीबी रोग से मुक्ति का सपना देखा है जिसको साकार करने के लिए गोद लेने की योजना चलाई है |
क्षय रोग विभाग से जिला समन्वयक सौरभ तिवारी ने बताया कि जिले में इस समय 2103 लोग क्षय रोग से ग्रसित हैं l 2019 से अब तक 861 टीबी रोगियों को विभिन्न संस्थाओं और अधिकारियों द्वारा गोद लिए जा चुके हैं l इस दौरान सीएचसी राजेपुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ प्रमित राजपूत, क्षय रोग विभाग से एसटीएस रिजवान अली, एसटीएलएस अंकुर कटियार, टीबी एच आई बी अमित कुमार आदि लोग मौजूद रहे l
गोद लिए गए कुबेरपुर कुतलूपुर के निवासी 10 वर्षीय आनंद (बदला हुआ नाम ) के पिता ने बताया कि मेरे बेटे को गत एक माह से क्षय रोग है। जांच के बाद दवा मिली है अब मुझे आराम है l लेकिन आज इस बात की खुशी है कि जब सब लोग मेरा इतना ध्यान देंगे तब तो मैं और जल्दी ही स्वस्थ हो जाऊंगा l
नगला खुशहाली के रहने वाले 26 वर्षीय रामकुमार (बदला हुआ नाम) ने बताया कि मुझे एक बार 2018 में भी टीबी रोग हो गया था जिसका इलाज कराया था l मैं स्वस्थ हो गया लेकिन अभी 2माह पहले मुझे खांसी आने लगी को ठीक नहीं जांच कराई तो क्षय रोग निकला l मुझे दवा दी गई अब मैं सही हूं l आज मुझे पोषण के लिए ताकत की चीजें दी गई l