फर्रुखाबाद जिले के निवासी साहित्यकार राधेश्याम कुशवाहा ‘ विजय’ राष्ट्रीय स्वदेश भूषण अवॉर्ड नवाजे गए हैं ।
इस उपलब्धि पर राधेश्याम कुशवाहा को कई सामाजिक लोगों ने बधाई दी है। इस मौके पर साहित्यकार राधेश्याम कुशवाहा ने कहा की यह सम्मान मिलना गौरव की बात है यह सब कलम की ताकत के बदौलत और शुभचिंतकों के आशीर्वाद से हुआ है। पूर्व में भी कई अवार्ड और सम्मान मिले हैं । इससे साबित होता है की लेखन के जगत में ऊंचाइयों पर पहुंचा जा सकता है । आज की युवा पीढ़ी भी लेखन साहित्य में आगे आये।
गौरतलब है की साहित्यकार राधेश्याम कुशवाहा ‘विजय, करीब एक दर्जन पुस्तकें लिख चुके हैं जो की मार्केट में उपलब्ध हैं । जिनमें प्रमुख नव काव्यांजलि , कसक , पुकार , जखमे -निहां, तपिश , घूँट, मेरा इंतकाम, बंजारन का कानून , मासूम , दालुद्री, बूंद-बूंद शब्द , बिखरते पन्ने, सुखी रोटी (प्रकाशय), फेसबुक के नगीने , रेत का सफर हैं।
सवांददाता : सम्राट शाक्य