फर्रुखाबाद:(द दस्तक 24 न्यूज़)16 जून 2025 भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत संचालित प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (PM-FME) के तहत स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार एवं खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्त्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य मौजूदा सूक्ष्म खाद्य उद्यमों को वित्तीय, तकनीकी एवं कारोबार सहयोग प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
इस योजना को वोकल फॉर लोकल अभियान से भी जोड़ा गया है ताकि पारंपरिक एवं क्षेत्रीय खाद्य उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके। वर्ष 2025-26 के लिए फर्रुखाबाद जनपद को 814 सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना अथवा उन्नयन का लक्ष्य आवंटित किया गया है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
इस योजना का लाभ 18 वर्ष से अधिक आयु वाले ऐसे व्यक्ति ले सकते हैं जिन्होंने कम से कम कक्षा 8 उत्तीर्ण की हो।
एक ही परिवार से केवल एक सदस्य योजना का लाभ ले सकता है। पात्रता के लिए आवेदक के पास पैतृक भूमि, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक व शपथ-पत्र जैसे आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए।
किन क्षेत्रों में मिल सकता है लाभ:
इस योजना के अंतर्गत कई प्रकार की खाद्य प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थापित की जा सकती हैं, जैसे:
आलू चिप्स व नमकीन प्लांट
आचार, मुरब्बा व सिरका निर्माण इकाई
सोयाबीन आधारित उत्पाद इकाइयाँ
चावल मिल, आटा चक्की, दाल मिल
गुड़ व गन्ना आधारित उत्पाद इकाइयाँ
डेयरी एवं दुग्ध उत्पाद उद्योग
बेकरी व मशरूम आधारित उत्पाद इकाई
वित्तीय सहायता:
योजना के अंतर्गत पात्र उद्यमियों को परियोजना लागत का 35% तक क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी प्रदान की जाती है। यह सब्सिडी अधिकतम ₹10 लाख प्रति इकाई तक सीमित है।
कैसे करें आवेदन:
उद्यमी योजना की विस्तृत जानकारी और आवेदन प्रक्रिया के लिए मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट pmfme.mofpi.gov.in पर जाकर दिशा-निर्देश देख सकते हैं।
उद्देश्य:
इस योजना का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ाना, स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराना तथा स्वरोजगार को प्रोत्साहित करना है।