फर्रुखाबाद 29 जुलाई 2022 जिले के 1752आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शुक्रवार को सुपोषण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्रों पर छह माह के बच्चों को पूरक पोषाहार दिया गया एवं बेहतर पोषण के लिए जरूरी पूरक पोषाहार के साथ ही सा़फ-सफाई के बारे में जानकारी दी गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने बताया कि अनुपूरक आहार शिशु के आने वाले जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। छह माह से 23 माह तक के बच्चों के लिए यह अति आवश्यक है। छह माह तक शिशु का वजन लगभग दो गुना बढ़ जाता है एवं एक वर्ष पूरा होने तक वजन लगभग तीन गुना एवं लंबाई जन्म से लगभग डेढ़ गुना बढ़ जाती है। छह माह से 8 माह के बच्चों के लिए नरम दाल, दलिया, दाल -चावल, दाल में रोटी मसल कर अर्ध ठोस, खूब मसले साग एवं फल प्रतिदिन दो से तीन बार दिन में देनी चाहिए। डीपीओ ने बताया कि इससे बच्चों के विकास में माताओं के साथ-साथ अभिभावकों की भी जिम्मेदारी का एहसास होता है। साथ ही कहा कि अपने बच्चे को संतुलित आहार देते रहें नहीं तो वह कुपोषण का शिकार हो जायेगा l
बढ़पुर ब्लॉक की प्रभारी सीडीपीओ सुनीता उपाध्याय ने बताया कि सुपोषण दिवस का उदेश्य बच्चों व महिलाओं को कुपोषण से बचाव के लिए जागरूक करना है तथा इनका सही शारीरिक व मानसिक विकास करना है।
सीडीपीओ ने कहा कि जून के महीने में वजन दिवस के दौरान 12 बच्चे कुपोषण से ग्रसित तो वहीं जुलाई में 4 बच्चे मिले जिनको पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया गया l
इस दौरान बुढ़नामऊ की आंगनबाडी कार्यकत्री अनीता ने कहा कि गर्भवती व दूध पिलाने वाली माताओं को अपने और बच्चे के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही नहीं करनी है l जब मां स्वस्थ रहेगी तभी स्वस्थ बच्चे को जन्म देगी और बच्चा भी कुपोषण से बचा रहेगा l
इस दौरान जीरो से छह माह के बच्चों के लिए स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया। इसके साथ-साथ पौष्टिक रंगोली के माध्यम से गर्भवती महिलाओं में एनीमिया व इसे होने वाली कमियों के बारे में अवगत करवाया गया। साथ ही उन्हें पौष्टिक आहार के बारे में जानकारी दी गई। महिलाओं को कार्बोहाईड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन व खनिज लवण के स्त्रोतों एवं संतुलित व पौष्टिक आहार लेने तथा खाना बनाते समय स्वच्छता रखने के बारे में जागरूक किया गया।
बुढ़नामऊ की रहने वाली धात्री सुनीता ने कहा इस तरह के कार्यक्रम से हमें अच्छी जानकारी मिलती है कि हम अपने बच्चे को क्या खिलाएं जिससे वह स्वस्थ रहे l
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 5 (2019 21) के अनुसार जिले में 6से 23 माह के 14.8%बच्चे ऐसे हैं जिनको संतुलित आहार मिल पाता है l 5 वर्ष से कम उम्र के 47.8%बच्चे ऐसे हैं जिनकी लंबाई उम्र के हिसाब से कम है l वहीं 14.3%बच्चों का वजन लंबाई के हिसाब से कम है l 31.1% बच्चों का वजन उम्र के हिसाब से कम है l वही 4.7%बच्चे ऐसे हैं जिनका वजन लंबाई के हिसाब से अधिक है l
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 4(2015 16) के अनुसार जिले में 6से 23 माह के 6.9%बच्चे ऐसे थे जिनको संतुलित आहार मिल पाता था l 5 वर्ष से कम उम्र के 49.1%बच्चे ऐसे थे जिनकी लंबाई उम्र के हिसाब से कम थी l वहीं 8.4%बच्चों का वजन लंबाई के हिसाब से कम था l 31.4% बच्चों का वजन उम्र के हिसाब से कम था l वही 0.6%बच्चे ऐसे थे जिनका वजन लंबाई के हिसाब से अधिक था l
इस दौरान आंगनबाडी सहायिका गीता सहित लाभार्थी मौजूद रहे l