फर्रुखाबाद, 22 अगस्त 2023 34 वर्षीय अरुण पेशे से किसान हैं। आठ वर्ष पहले उन्हें फाइलेरिया हो गया था। मोहम्दाबाद ब्लॉक के धीरपुर चौराहे से आगे एक गांव है बीघामऊ। वहां अरुण अपने परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में माता पिता दो बच्चे और पत्नी है l अरुण कहते हैं – “लगभग आठ वर्ष पहले मेरे बाएं पैर में धीरे धीरे सूजन आने लगी थी, मैंने सोचा कि सर्दी गर्मी की वजह से हो सकती है। आस पास के कई निजी चिकित्सकों को दिखाया पर आराम नहीं मिला, तो मैंने आगरा में एक निजी चिकित्सक को दिखाया, वहां पर मेरे पैर का ऑपरेशन हुआ पर कोई आराम नहीं मिला l मेरे काफी पैसे भी खर्च हो गए थे l” यह कहानी एक अरुण की नहीं तमाम ऐसे लोगों की है, जिन्होंने फाइलेरिया से बचाव की दवा समय रहते नहीं खाई। अब अरुण कहते हैं-सभी को दवा जरूर करनी चाहिए। वह कहते हैं मैंने जो गलती की, कोई और न करे।
अरुण बताते हैं एक दिन आशा कार्यकर्ता मेरे घर आई तो उनको मैंने अपना पैर दिखाया तो पता चला कि यह तो फाइलेरिया के लक्षण हैं l आशा के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) मोहम्दाबाद में चिकित्सक को दिखाया तो उन्होंने फाइलेरिया की पुष्टि की और बताया यह रोग सही नहीं होता है l केवल व्यायाम और देख रेख से इसका प्रबंधन किया जा सकता है | इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय फाइलेरिया से बचाव की दवा है |
अरुण कहते हैं कि इस रोग की वजह से रोजमर्रा के काम में काफी दिक्कत होती है l सीएचसी मोहम्दाबाद से मुझको एक किट लगभग सात माह पहले दी गई थी, जिसमें बाल्टी, टब, मग, तौलिया, साबुन, क्रीम बैंडेज, दवा आदि थीं l फाइलेरिया निरीक्षक दीपांशु यादव के बताए अनुसार ही अपने पैर की साफ सफाई रखता हूं और जब पट्टी बांध लेता हूं तो सूजन कम हो जाती है पर जाती नहीं है l
अरुण कहते हैं कि जब अभियान चलता है आशा मेरे घर पर फाइलेरिया की दवा देने आती हैं तो मेरा पूरा परिवार इसका सेवन करता है l इस बार भी मेरे पूरे परिवार ने दवा का सेवन कर लिया है l अगर मैंने सही समय पर दवा का सेवन किया होता तो शायद मुझे यह रोग नहीं होताl
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) नौशाद अली ने बताया कि फाइलेरिया एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है l यह रोग किसी को न हो इसलिए वर्ष में एक बार अभियान चलाकर सभी लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराया जाता है l इस बार यह अभियान जिले में 10 अगस्त से चल रहा है जो 28 अगस्त तक चलेगा l अभी इस अभियान में छह दिन और शेष रह गए हैं इसलिए छूटे हुए लोग जल्द दवा का सेवन करें l
डीएमओ ने कहा कि जिले में अगर फाइलेरिया के आंकड़ों की सीएचसी स्तर पर बात की जाए तो मोहम्दाबाद में सर्वाधिक 270 रोगी हैं, कायमगंज में 186, नवाबगंज में 124, बरौन में 122, राजेपुर में 107, कमालगंज में 102 , शमसाबाद में 90 और शहरी क्षेत्र में 12 फाइलेरिया रोगी हैं l इस तरह से जिले में कुल 1013 फाइलेरिया रोगी हैं l जिसमें से 482 हाइड्रोसील के रोगी हैं शेष 531 लिम्फोडीमा से ग्रसित हैं l