फर्रुखाबाद:जिले में फाइलेरिया रोगियों को खोजने के लिए हो रहा है नाइट ब्लड सर्वे,अब तक 1533 लोगों के लिए जा चुके हैं रक्त के नमूने

24 जुलाई 2023 जिले में फाइलेरिया रोगियों की खोज के लिए माह के प्रत्येक बुधवार को जिला मलेरिया विभाग में नाइट क्लीनिक चलती है l जिसमें फाइलेरिया रोगियों की पहचान के लिए रात में 8 बजे से 10 बजे तक नाइट ब्लड सर्वे होता है l इसके अलावा महीने में दो बार जहां पर फाइलेरिया रोगी हैं या कोई संभावित गांव है तो वहां शिविर लगाकर रात्रि में रक्त का सैंपल लिया जाता है यह कहना है जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) डॉ राजेश माथुर का l
डीएमओ ने बताया कि जिले में 10 अगस्त से फाइलेरिया अभियान शुरु होने वाला है जो 28 अगस्त तक चलेगा l इसलिए जिले के ब्लाकों में चुने हुए ग्रामों में नाइट ब्लड सर्वे हो रहा है l
डीएमओ ने बताया कि राजेपुर ब्लॉक के सलेमपुर में 53 रक्त स्लाइड, जिठोली में 155, सबलपुर में 227,मोहम्दाबाद में रठौरा में 272, ज्योंता में 87, कायमगंज के चिलौली में 300, निजामुद्दीनपुर में 300, और कमालगंज के बलीपुर गांव में 192 लोगों की स्लाइड बनाई जा चुकी हैं l जिनको जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है l सभी ब्लाकों को 600 लोगों की स्लाइड बनाने का लक्ष्य दिया गया l यानि जिले में कुल 4800 लोगों के रक्त के नमूने लिए जायेंगे l
डीएमओ ने बताया कि इस समय जिले में बाढ़ आई हुई है इसलिए अभी काम कम हो पा रहा है जल्द ही इसको पूरा कर शासन को इसकी सूचना भेज दी जाएगी l
डीएमओ ने बताया कि शनिवार की रात राजेपुर ब्लॉक के सलेमपुर में नाइट ब्लड सर्वे किया गया जिसमें 53 लोगों के रक्त के नमूने लिए गए जिनको जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है l उन्होनें बताया की फाइलेरिया के रोगियों को रात में इसलिये चिन्हित किया जाता क्योंकि रात में ही इसके परजीवी यानि माइक्रो फाइलेरिया खून में अधिक सक्रिय होते हैं। इसलिये रात में खून के नमूने की जांच कर संक्रमण की स्थिति का पता लगाया जा सकता है। डीएमओ ने बताया कि जिले में कुल सात ब्लॉक हैं l हर ब्लाक में दो क्षेत्रों में रक्त के नमूने लिए जा रहे हैं। एक ऐसा क्षेत्र जहां पूर्व में अधिक फाइलेरिया के रोगी पाये गये हों एवं एक रैंडम साइट में नाइट ब्लड सर्वे 20 वर्ष के लोगों का किया जा रहा है l डीएमओ ने कहा कि फाइलेरिया के लक्षण प्रतीत होने पर जल्द से जल्द पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सम्पर्क करें और इसके इलाज में लापरवाही न बरतें l हाइड्रोसील से ग्रसित मरीज भी फाइलेरिया के अंतर्गत आते हैं वह अपना आपरेशन डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में मुफ्त करा सकते हैं |इसके साथ ही 10 अगस्त से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन जरूर करें l
भरखा के रहने वाले 45 वर्षीय मनोज ने कहा कि मेरा भी रक्त का नमूना लिया गया है इससे हमें पता चल जाएगा कि मेरे शरीर में फाइलेरिया के परजीवी हैं कि नहीं l
साथ ही मच्छर की रोकथाम के लिए फागिंग भी कराई और बताया कि 10 अगस्त से फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जायेगी जिसको सभी को खाना है l

फाइलेरिया के लक्षण

  1. एक या दोनों हाथ व पैरों में (ज़्यादातर पैरों में) सूजन
  2. कॅपकॅपी के साथ बुखार आना
  3. पुरूषों के अंडकोष में सूजन (हाइड्रोसिल) होना
  4. पैरों व हाथों की लसिका वाहिकाएं लाल हो जाती हैं|
  5. सफेद दूध जैसी पेशाब का होना
  6. सूखी खांसी आदि इसके लक्षण हो सकते हैं l
    इस दौरान वरिष्ठ मलेरिया अधिकारी अशोक यादव, फाइलेरिया निरीक्षक योगेश, अनिमेश, लैब टेक्नीशियन राजा, श्याममोहन ग्राम प्रधान, आशा कार्यकर्ता सरिता सहित अन्य लोग मौजूद रहे l