फर्रुखाबाद ,1 फरवरी 2023 राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सीएचसी कायमगंज में बुधवार को कायमगंज विधायक प्रतिनिधि शिल्पी गंगवार ने फीता काटकर मानसिक स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया l शिविर में आये लोगों को मानसिक रोग, उसके लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी दी गयी।साथ ही अन्य रोगियों को भी उचित दवा और परामर्श दिया गया l
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने कहा कि घर में किसी भी व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन नजर आये, हर समय परेशान दिखे, बेवजह गुस्सा करे तो उसे मनोचिकित्सक को दिखाना चाहिए। यह सभी लक्षण मानसिक अस्वस्थता के लक्षण हैं।
सीएचसी कायमगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सरवर इकबाल ने बताया कि डिप्रेशन, चिन्ता, बाइपॉलर डिसऑर्डर, सिजोफ्रेनिया, आटिज्म, मंदबुद्धि, लर्निंग डिसेबिलिटी, मिर्गी, कई तरह की मानसिक बीमारियाँ है | मुख्य तौर पर इन बीमारियों के लक्षण में नींद न आना, मन का उदास रहना, बार-बार हाथ धोना, अपने आप से बड़बड़ाना, बेवजह शक करना, कार्य करने में रुचि कम होना, पढ़ाई लिखाई में परेशानी, दैनिक कार्यों के लिए दूसरे पर निर्भर रहना आदि मानसिक अस्वस्थता के लक्षण हैं। उन्होंने कहा-इस तरह के लक्षण नजर आने पर तुरंत मनोचिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
डॉ इकबाल ने कहा कि आज लगे शिविर में 235 लोगों का परीक्षण हुआ l जिसमें 8 लोग मानसिक बीमारी से पीड़ित निकले l शेष लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा और सलाह दी गई l
मनोवैज्ञानिक सामाजिक कार्यकर्ता दीप्ति ने बताया कि मानसिक रोग भी शारीरिक रोगों की तरह होते हैं इनका उपचार संभव है। घर में बच्चे अथवा किसी सदस्य के व्यवहार में परिवर्तन नजर आये तो सतर्क हो जाना चाहिए। किसी भी सूरत में झाड़ फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। रोगी को मनोचिकित्सक को दिखाना चाहिए। नियमित व्यायाम, योग, अपने विश्वास वाले लोगों से बात साझा करने से काफी हद तक मानसिक तनाव दूर हो जाता है।
दीप्ति ने बताया कि मानसिक रोगी की पूरी बात गंभीरता से सुननी चाहिए और उन्हें इस तरह का कोई माहौल नहीं देना चाहिए जिससे उन्हें तनाव हो। उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य समस्या होने पर टोल फ्री नम्बर 14416, 1800 891 4416 पर सलाह ले सकते हैं l
कंपिल निवासी 32 वर्षीय शहाना ने बताया कि मुझे रात में नींद नहीं आती है साथ ही कभी-कभी कोई बात मन में आ गई तो उसी के बारे में लगातार सोचती रहती हूं इसके लिए ही मेरा अस्पताल आना हुआ तो मुझे इस बारे में आशा उर्मिला ने बताया l
यहां आने पर डॉक्टर ने बताया कि रात में जल्दी खाना खाने के बाद कुछ देर घर में ही टहल लिया करें और हो सके तो जिसमें आपकी रुचि हो जैसे गाना सुनना या किताब पढ़ना तो उसे कर लिया करें l इसके साथ ही मुझे दवा भी दी गई l किस नींद न की दवा दी गयी |
खेतलपुर सौरिया निवासी 75 वर्षीय फेरू सिंह ने बताया कि मुझे अपने शरीर को लेकर चिंता रहती है कि अब ठीक हो सकेंगे कि नहीं साथ ही हाथ और पैरों में दर्द रहता है उसकी दवा लेने आया तो मुझे दवा दी गई और चिंता नहीं करने के लिए कहा गया l
शिविर में डीपीएम कंचन बाला , डॉ अमरेश, डॉ विपिन बीपीएम मोहित गंगवार, बीसीपीएम विनय मिश्र , रिंकू सहित लाभार्थी मौजूद रहे