आज दिनांक 9 अक्टूबर 2022 को महाधम्म यात्रा अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बुध्द महोत्सव संकिसा धमालोको बुध्द विहार से अचल चैत्र स्तूप तक गगनचुंबी नारे भगवान बुद्ध की करुणा हो ,मानव मानव एक समान जैसे नारों के साथ निकली। यात्रा में पंचशील झंडों के साथ साथ तिरंगे झंडे को भी प्रमुखता से लहराया गया । इससे पूर्व कल दिनांक 8 अक्टूबर 2022 को बड़ी संख्या में पूरे देश भर से आए हजारों बौद्ध अनुयायियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया जिसमें बड़ी संख्या में समाजसेवी राजनेता और माताएं बहने उपस्थित रहे भारी बारिश के बावजूद पूरी रात बौद्ध अनुयाई और कथा वाचको ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी l आज सुबह 7:00 बजे बालों को बुध्द विहार से लगभग 2 किलोमीटर की पदयात्रा पंचशील और तिरंगा दिखाकर रवाना की गई धम्मा लोको बुध्द विहार के अध्यक्ष श्री कर्मवीर शाक्य जी ने धम्म यात्रा को रवाना किया । धम्म यात्रा का नेतृत्व जाने-माने समाजसेवी इंजीनियर नीरज प्रताप शाक्य ने किया । यात्रा में भिक्खू सन्घ का नेतृत्व परम पूज्य भिक्खू महाथेरा धर्मपाल जी ने किया धम्म यात्रा में वालंटियर की भूमिका भीड़ को नियंत्रित करने की रही। तनाव की स्थिति के कारण पुलिस व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त दिखाई दी । पुलिस महकमे ने पहली बार सुरक्षा के लिहाज से अभूतपूर्व इंतजाम किए और ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल हुआ। धम्म यात्रा का समापन विक्कू संघ और उपास को द्वारा बौद्ध स्तूप के 3 चक्कर लगाने के बाद त्रिशरण पंचशील के उपरांत धम्मदेशना के साथ समाप्त हुआ।
धम्म यात्रा में पूरे भारत से और कई देशों के उपासक उपासिकाओ ने हर्षोल्लास से भाग लिया और 22 देशों द्वारा बनाये गये भगवान बुद्ध के स्तूप आज पूरे दिन शोभायमान रहे । आज पूरे दिन जगह-जगह खीर वितरण समारोह , भोजन दान और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी लगातार चलते रहे।