फर्रुखाबाद:(द दस्तक 24 न्यूज़) 06 जून 2025 उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के भूमि संरक्षण अनुभाग द्वारा जनपद फर्रुखाबाद के किसानों के लिए एक अत्यंत लाभकारी योजना की शुरुआत की गई है। यह योजना “खेत तालाब योजना” के अंतर्गत राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के घटक ‘पर ड्राप मोर क्रॉप’ के तहत वर्ष 2025-26 में लागू की जा रही है।
इस योजना का उद्देश्य वर्षा जल संचयन के माध्यम से किसानों को सिंचाई की सुविधा देना तथा मछली पालन व सिंघाड़ा उत्पादन जैसे माध्यमों से अतिरिक्त आय उपलब्ध कराना है।
योजना की मुख्य विशेषताएँ:
कुल 19 खेत तालाबों का लक्ष्य निर्धारित:
सामान्य किसानों हेतु 11 तालाब, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्थापित लाभार्थियों हेतु 8 तालाब
चयन की प्रक्रिया: “प्रथम आवक, प्रथम पावक” के आधार पर लाभार्थियों का चयन किया जाएगा।
आवेदन प्रक्रिया:
इच्छुक कृषक https://upagripardarshi.gov.in पर जाकर ऑनलाइन टोकन जनरेट कर सकते हैं।
टोकन जनरेट करने के 10 दिन के भीतर ₹1000.00 की टोकन मनी ऑनलाइन जमा करनी होगी।
यह टोकन मनी तालाब पूर्ण होने पर कृषि निदेशालय, लखनऊ द्वारा किसानों को वापस कर दी जाएगी।
वित्तीय विवरण:
योजना की कुल लागत: ₹1,05,000.00
सरकारी अनुदान: ₹52,500.00 (50%)
तालाब का आकार: 22x20x03 मीटर
निर्माण कार्य: कृषक द्वारा स्वयं की भूमि पर कराया जाएगा।
सूक्ष्म सिंचाई लाभार्थियों के लिए विशेष प्रावधान:
पूर्व लाभार्थियों को पोर्टल पर सिंचाई प्रणाली के प्रमाण के साथ पंजीकरण करना अनिवार्य।
सामान्य लाभार्थी को योजना के लाभ हेतु उद्यान विभाग की साइट पर पंजीकरण कर टीपीए (त्रिपक्षीय समझौता) करना होगा।
जो लाभार्थी तालाब निर्माण पूर्ण कर चुके हैं उन्हें पम्पसेट या वाटर लिफ्टिंग डिवाइस पर ₹15000 तक अनुदान मिलेगा।
संपर्क सूत्र:
योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए कृषक नीचे दिये गये अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं:
श्री उपेन्द्र नाथ खरवार
श्री रवीश कुमार, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक (गुणवत्ता नियंत्रण-ए)
श्री अश्वनी राव चतुर्वेदी, अवर अभियन्ता
कार्यालय: भूमि संरक्षण अधिकारी, फर्रुखाबाद
निष्कर्ष:
उत्तर प्रदेश सरकार की खेत तालाब योजना न केवल वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देती है, बल्कि मछली पालन एवं सहायक कृषि कार्यों से किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बनाती है। फर्रुखाबाद के किसान इस अवसर का लाभ लेकर खेती की गुणवत्ता और उत्पादकता में उल्लेखनीय सुधार कर सकते हैं।