जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने “मन की बात ” कार्यक्रम नई दिल्ली सम्मेलन में भाग लेने एवम राजभवन लखनऊ में महामहिम श्रीराज्यपाल आनंदीबेन पटेल से सम्मानित होने के बाद बाद आज जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह से मुलाकात की। जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जेल अधीक्षक को बधाई दी , जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि ये जनपद फर्रुखाबाद के लिए गौरव की बात है ,जिलाधिकारी ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी के रेडियो कार्यक्रम “मन की बात ” के 100 वे एपिसोड की स्पेशल स्क्रीनिंग को श्रीराज्यपाल महोदया के साथ राजभवन में सुनना , जेल अधीक्षक को राजभवन में अपनी बात सुझाव रखने का अवसर देना बड़े की खुशी और गर्व की बात है। श्री मुकुंद के निस्वार्थ भाव से गौसेवा के कार्य को माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा “मन की बात ” कार्यक्रम के 100 वे एपिसोड पर प्रसार भारती नई दिल्ली द्वारा जारी काफी टेबल बुक में निस्वार्थ सेवा के अध्याय में स्थान प्राप्त किया है । ऐसे निस्वार्थ कार्य के लिए श्री मुकुंद बधाई के पात्र है इनके इस निस्वार्थ गौसेवा कार्य से जनपद फर्रुखाबाद का नाम भी गौरांवित हुआ है ।जिलाधिकारी कार्यालय में ही उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी श्री अरविंद मिश्रा ने जेल अधीक्षक को “मन की बात” कार्यक्रम में भाग लेकर जिला फर्रुखाबाद का नाम रोशन करने पर बधाई दी तथा अपर जिलाधिकारी श्री सुभाष चंद प्रजापति ने भी जेल अधीक्षक को फर्रुखाबाद जनपद का गौरव बढाने के लिए बधाई दी गई। पुलिस अधीक्षक श्री अशोक कुमार मीणा ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी और कहा कि प्रधानमंत्री जी के रेडियो कार्यक्रम “मन की बात ” में स्थान पाना ही अपने आप में गौरव की बात है जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने जेल विभाग सेवा करते हुए , प्रधानमंत्री जी kevमन की बात कार्यक्रम के 100 वे एपिसोड पर जारी काफी टेबल बुक में “निस्वार्थ सेवा ” सेवा में स्थान पाया है । ये बहुत गौरव की बात है । जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद एवम जेल अधिकारी कर्मचारी इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए अपने आप को गौरांवित महसूस कर रहे है। जेल अधीक्षक ने बताया की प्रशंसा एक ओर खुशी देती है दूसरी और अधिक जिम्मेदारी से कार्य करने की प्रेरणा देती है । जेल अधीक्षक श्री भीमसैन मुकुंद ने बात करने पर बताया कि उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा अपने मन की बात में कही बात के अनुरूप एवम यशस्वी मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप किसानों की आय दुगुनी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष में श्रीअन्न (मोटे अनाज ) को बढ़ावा देने उद्देश्य से जेलों में बंदियों को पोषक अनाज की रोटी देने तथा नाश्ता में गेंहू के दलिया के स्थान पर ज्वार का दलिया , सप्ताह में एक दिन भीगे चने के स्थान पर उबले हुए नमकीन ज्वार दिए जाने , इसी प्रकार के अन्य खाद्य सामग्री में गेहूं के स्थान पर 50 % गेंहू की खपत कम करके 50% पोषक अनाज ( श्रीअन्न ) जेलों में दिए जाने की अपने मन की बात श्री राज्यपाल महोदया के समक्ष कही। जेल अधीक्षक मुकुंद ने बताया कि इस एक छोटे से बदलाव की वजह से दोहरा लाभ होगा , एक ओर गरीब किसान की पोषक अनाज की खपत बढ़ेगी तो गरीब किसान की आमदनी बढ़ेगी दूसरी तरफ पोषक अनाज ( श्रीअन्न ) के प्रयोग से जेलों में बंदियों की सेहत भी अच्छी रहेगी। सबसे अच्छी बात ये होगी कि इससे बंदियों के भोजन पर राज्य सरकार के होने वाले वित्तीय भार में भी कमी आयेगी। जेल अधीक्षक मुकुंद ने विस्तार से बताया कि संपूर्ण भारत वर्ष की जेलों में आज की तारीख में 5 लाख से अधिक बंदी निरुद्ध हो रहे है । जिनके लिए औसतन 3500 क्विंटल गेहूं की खपत प्रति दिन होती है। ये खपत विभिन्न राज्यों के जेल मैनुअल के हिसाब थोड़ी बहुत ऊपर नीचे हो सकती है । इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की जेलों में लगभग 01 लाख 25 हजार बंदी प्रतिदिन निरुद्ध हो रहे है उत्तर प्रदेश की जेलों में प्रतिदिन औसतन 75000 कि.ग्रा. गेहूं प्रयोग में लाया जा रहा है। यदि जेलों में 50:50 के अनुपात में गेहूं और पोषक अनाज ( श्री अन्न ) की रोटियां दी जाए तो अंतराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष ( श्री अन्न ) सार्थकता सिद्ध करने में सहायक हो सकती है । इसी प्रकार इसका उपयोग मिड डे मील में , गरीब राशन योजना में करके इसका उपयोग और भी बढ़ाया जा सकता है । #### श्री मुकुंद ने पोषक अनाज के बारे में बताया कि वैसे तो दुनिया में 13 प्रकार के पोषक अनाज होते है लेकिन अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के लिए 08 अनाजों ज्वार,बाजरा,रागी, कुटकी, सांवा , कंगनी, चना और कोदो को शामिल किया गया है । # # # # # # जेल अधीक्षक मुकुंद ने बताया कि श्रीराज्यपाल महोदया द्वारा उनके सुझाव मन की बात को ध्यान से सुना । श्री मुकुंद को पूरा उत्साह और भरोसा है उनके सुझाव मन की बात पर अवश्य कोई सकारात्मक निर्णय होगा ।