फर्रूखाबाद: सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान सात अगस्त से,ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का किया गया उन्मुखीकरण

14 जुलाई 2023 मिशन इन्द्रधनुष अभियान केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक अभियान है, इन्द्रधनुष के सात रंगों के समान इस मिशन इन्द्रधनुष का मुख्य उद्देश्य नियमित टीकाकरण के दौरान या अन्य किसी कारणवश छूटे शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती का 100 प्रतिशत टीकाकरण करना है |
अभियान को मूर्त रूप देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कार्यशाला का आयोजन शहर के एक होटल में किया गया।
इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने कहा कि अभियान के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये l साथ ही चिन्हित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को ई कवच पोर्टल पर भी अंकन किया जाए l
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ सर्वेश यादव ने बताया कि जिले में सात अगस्त से सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान के प्रथम चरण की शुरुआत होगी। इसके बाद दूसरा चरण ग्यारह सितंबर और तीसरा व अंतिम चरण नौ अक्टूबर से प्रारंभ होगा। इस अभियान के अंतर्गत गर्भवती और पांच वर्ष तक के छूटे हुए बच्चों का स्वास्थ्य विभाग की टीम टीकाकरण करेगी।
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी , ओवीपी ,पेंटावेलेंट, रोटावायरस ,मीजल्स रूबेला , विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज , आईपीवी, पीसीवी का टीका सहित कुल 11 टीके लगाये जायेंगे एवं गर्भवती को टीडी का टीका लगाया जाएगा ।
डॉ यादव ने कहा कि टीकाकरण से छूटे ऐसे बच्चे जिनकी आयु पांच वर्ष से कम है व ऐसी गर्भवती जो टीकाकरण से छूट गई हैं उनका आशा, एएनएम द्वारा 26 जुलाई तक घर-घर जाकर सर्वे करने के बाद सूची तैयार कर टीकाकरण कराया जाएगा |
विश्व स्वास्थ्य संगठन से एसएमओ डॉ जॉन ने बताया कि छोटे बच्चों में बीमारी से लड़ने की क्षमता कम होती है इसलिए सरकार द्वारा नियमित टीकाकरण के द्वारा बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाता है जिससे वह जानलेवा बीमारियों से बचे रहें |
यूनिसेफ से डीएमसी अनुराग दीक्षित ने बताया कि लोगों के मन में अभी भी टीकाकरण को लेकर भ्रांतियां हैं जो सही नहीं है | घर के आस पास लगने वाले टीकाकरण सत्र पर जाकर बच्चों और गर्भवती का टीकाकरण जरुर करायें |
इन क्षेत्रों पर रखा जायेगा विशेष ध्यान
अभियान के तहत लक्षित जोखिम क्षेत्र , प्रवास के साथ शहरी मलिन बस्तियां, खानाबदोश, ईट भट्टे, निर्माण स्थल, प्रवासी जैसे मछुआरे नदी के किनारे रहने वाले आबादी वाले, कम नियमित टीकाकरण कवरेज वाले क्षेत्र, छूटे हुए नियमित टीकाकरण वाले क्षेत्र शामिल हैं।
इस दौरान एसीएमओ डॉ यू सी वर्मा,उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा , डॉ दीपक कटारिया,यूएनडीपी से वीसीसीएम मानव शर्मा, चाई संस्था से शवाब हुसैन रिजवी, सभी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, प्रतिरक्षण अधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम,विश्व स्वास्थ्य संगठन से आशुतोष रस्तोगी, फरहत अली,आसिम, उदय प्रताप, रुद्र प्रताप आदि मौजूद रहे।